
बलिया : फर्जीवाड़े के आरोप में नौकरी से बर्खास्त लेखपाल से वेतन की रकम वसूली जायेगी. इसके लिए आरसी जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसके साथ ही फर्जी जाति प्रमाणपत्र पर नौकरी और अपने संबंधियों को लाभ पहुंचाने के लिए दो एफआईआर दर्ज कराई जा रही है. मामला सामने आने के बाद से ही आरोपी लेखपाल फरार है.
एसडीएम सदर अश्वनी कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बलिया निवासी लेखपाल अजय कुमार ने प्रतापगढ़ जिले से एससी का फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी प्राप्त की थी. प्रतापगढ़ के डीएम ने लिखकर जाति प्रमाण पत्र फर्जी होने की तस्दीक कर दी है. एसडीएम सदर ने कहा कि आरोपों के सही पाये जाने पर आरोपी को बर्खास्त किया गया.
द्वारा जालसाजी का मामला सामने आने पर लेखपाल अजय कुमार के खिलाफ 5 अक्टूबर को केस दर्ज कराया गया था. जांच के दौरान ही पाया गया कि लेखपाल ने नियुक्ति में फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाया है. इसके बाद 16 नवंबर को आरोपी लेखपाल को बर्खास्त किया गया.
फरार लेखपाल ने 11 गांव का अभिलेख अब तक जमा नहीं किया है. नरही थाना प्रभारी ज्ञानेश्वर मिश्र ने बताया एसडीएम सदर से मोबाइल पर बात हुई जिसमें उन्होंने दो तहरीर भेजने की बात कही है. तहरीर अभी थाने नहीं पहुंची है. तहरीर मिलते ही संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की जाएगी.
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एसडीएम ने बताया कि लेखपाल अजय कुमार ने जिंदा व्यक्ति को मुर्दा दिखाकर अपने भाई के नाम जमीन कर दी है. बताया जाता है कि बर्खास्त लेखपाल के पास सदर तहसील क्षेत्र के 11 गांवों का जिम्मा था.