नगरा, बलिया. भाजपा नेता व पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने कहा है कि किसान आंदोलन से प्यार और संवेदनशीलता के साथ निपटा जाना चाहिए. कंक्रीट, कील व तार लगा कर किसानों को घेरने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, इससे जनता में सरकार के प्रति नकारात्मक संदेश जा रहा है.
नगरा में पत्रकारों से बातचीत में पूर्व भाजपा विधायक ने कहा कि किसान स्वाभिमानी होते हैं, उनके स्वाभिमान से टकराना ठीक नही है. किसानों की समस्याएं उनके दिलों में बैठ चुकी हैं. सरकार को चाहिए कि बडे मन का परिचय देते हुए लोकतांत्रिक तरीके से अन्नदाताओं की समस्याओं को हल कर ले.
पूर्व विधायक ने कहा कि अन्नदाता हमारे ही देश के नागरिक हैं, वे अन्न पैदा करतें हैं जिससे हम सभी को रोटी मिलती है. किसानों को कोटा, परमिट व लाइसेंस नही चाहिए उनसे प्यार से निपटा जा सकता है. आंदोलन में 150 से भी अधिक किसान अपनी जान गवां चुके हैं. समाज में टकराव बढता जा रहा है. इसे रोकना जरुरी है.
उनका कहना था कि 26 जनवरी को लाल किले में घुस कर झंडा फहराने वालों से कोई हमदर्दी नही है. उनका इलाज केवल गोली थी. इतनी बडी संख्या में दिल्ली में प्रवेश की अनुमति देना ही त्रुटिपूर्ण निर्णय था. अनुमति देने वालों के खिलाफ अब तक कार्रवाई न होना संदेह पैदा करता है. इस मौके पर भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष गीताशरण सिंह प्रमोद कुमार सिंह पप्पू आदि भी मौजूद रहे.
(नगरा से संतोष द्विवेदी की रिपोर्ट)