12 से चलेंगी 4 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें, तीन ट्रेनें मुंह चिढ़ाते गुजरेंगी सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन से

बैरिया (बलिया) से वीरेंद्र नाथ मिश्र

औड़िहार-हाजीपुर रोड साइड रेलवे स्टेशनों में सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन से आगामी 12 सितंबर से गुजरने वाली 4 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों में तीन ट्रेनें मुंह चिढ़ाते हुई गुजर जाएंगी. जबकि एक स्पेशल ट्रेन 02561 जयनगर-नई दिल्ली तथा 02562 नई दिल्ली-जयनगर का ही यहां पर स्टॉपेज होगा. इस सूचना से क्षेत्र के लोगों में कोई खास उत्साह नहीं है. जिसके पीछे वजह रेलवे के नए सीईओ व रेलवे बोर्ड के चेयरमैन बीके यादव, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, पूर्व सांसद भरत सिंह तथा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बलिया के भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त का यह होम स्टेशन है.

लोगों को बड़ी उम्मीदें थी. नई चल रही स्पेशल ट्रेनों में लखनऊ-छपरा, सारनाथ तथा छपरा-वाराणसी इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेनों में से कम से कम 2 ट्रेनों का संचालन होगा और सुरेमनपुर में उनका स्टॉपेज भी होगा. सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन पर तैनात वाणिज्य अधीक्षक कमलेश मीणा ने बताया कि आगामी 12 सितंबर से इस रूट से चार एक्सप्रेस ट्रेन चलेंगी. जिसमें से सिर्फ एक ट्रेन का ही यहां पर स्टॉपेज है. शेष ट्रेनें यहां से रन थ्रू निकालेंगी. उन तीन ट्रेनों का स्टॉपेज बलिया और छपरा में होगा.

सभी ट्रेनों की टिकट बुकिंग 10 सितंबर से शुरू हो जाएगा. मीणा ने बताया कि आगामी 12 सितंबर से इस रुट से 09051 बलसाड़- मुजफ्फरपुर श्रमिक प्रत्येक शनिवार को, 09052 मुजफ्फरपुर-बलसाड़ प्रत्येक सोमवार को, 02669 चेन्नई-छपरा प्रत्येक सोमवार व शनिवार, 026 70 छपरा-चेन्नई प्रत्येक सोमवार को बुधवार तथा 05933 डिब्रुगढ़-अमृतसर प्रत्येक मंगलवार व 05934 अमृतसर-डिब्रूगढ़ प्रत्येक शुक्रवार को सुरेमनपुर स्टेशन से गुजरेगी. लेकिन इनका सुरेमनपुर में ठहराव नहीं है. यह ट्रेनें बलिया व छपरा में रुकेंगी. जबकि 02561 जयनगर-नई दिल्ली सेनानी तथा 02562 नई दिल्ली-जयनगर सेनानी एक्सप्रेस प्रतिदिन इस स्टेशन से गुजरेगी और सुरेमनपुर में इसका स्टॉपेज भी होगा.

बता दें कि इसके पहले जून माह के प्रथम सप्ताह से इस स्टेशन से पवन एक्सप्रेस, सरजू-जमुना, साबरमती व ताप्ती गंगा एक्सप्रेस ट्रेनों का आवागमन हो रहा है, तथा सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव भी होता है. यह भी बताते चलें क्षेत्र में कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन के दौरान दूरदराज से नौकरी, रोजगार, व्यापार, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले आदि लगभग 24 हजार प्रवासी क्षेत्र में आए थे. जिसमें से लगभग आधे लोग विभिन्न साधनों से वापस लौट चुके हैं. लेकिन सुरेमनपुर से ट्रेनों का संचालन न होने, रिजर्वेशन न मिलने से परेशान आधे लोग अभी भी इलाके में अपने अपने घरों पर ठहरे हुए हैं, और इस बात को लेकर परेशान हैं, कैसे टिकट की व्यवस्था हो जाए और हम अपने काम पर वापस लौट जाएं. लेकिन उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं है.

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बाहर रहकर पढ़ने वाले छात्रों के छूट सकती हैं वार्षिक परीक्षाएं

सबसे अधिक समस्या तो वाराणसी, इलाहाबाद, लखनऊ, दिल्ली, पुणे, कोलकाता स्थानों पर पढ़ने वाले विद्यार्थियों की है. अधिकांश जगहों पर फाइनल परीक्षाएं शुरू हो गई है. ट्रेन का टिकट न मिल पाने के चलते मजबूरी में ऐसे छात्रों को महंगी दरों पर गाड़ियां रिजर्व करा कर जाना पड़ रहा है. साधन संपन्न लोग तो फिर भी व्यवस्था कर ले रहे हैं. लेकिन मध्यम व निम्न आय वर्ग के परिवारों के बाहर पढ़ने वाले बच्चों की परीक्षाएं छूटने की आशंका बनी हुई है.

ऐसे लोगों को उम्मीद थी की लखनऊ छपरा, छपरा वाराणसी इंटरसिटी, सारनाथ एक्सप्रेस व सियालदह ट्रेन चलेंगी. लेकिन सरकार के सेल संचालन के इस आदेश के बाद लोगों का तनाव बढ़ गया है.

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