बलिया। किशोर के दाह संस्कार की तैयारी चल रही थी. फरीदाबाद से उसके पिता भी आ चुके थे. ऐन वक्त पर मोबाइल पर आए एक मैसेज ने पूरा मामला ही पलट दिया. घरवाले अज्ञात लोगों की पिटाई से मौत होने की बात कहने लगे. आखिरकार मामला पुलिस तक पहुंचा और पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
फेफना थाना क्षेत्र के नई निधरिया गांव का मामला है. निधरिया निवासी कुबेर पांडेय का छोटा बेटे गौरव पांडेय की रविवार की रात अचानक तबियत बिगड़ गई. परिजनों ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया. वहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे वाराणसी रेफर कर दिया. एंबुलेंस से उसे वाराणसी ले जाया जा रहा था, इसी दौरान उसने दम तोड़ दिया. परिजन उसका शव लिए घर लौट गए. इस बात की सूचना उसके पिता कुबेर को फरीदाबाद में दी गई. वे उसके दाह संस्कार के लिए चल भी दिए. परिजनों ने उसके शव को सुरक्षित रख दिया. कुबेर पांडेय सोमवार को दोपहर बाद घर पहुंचे उसके बाद दाह संस्कार की तैयारी होने लगी. इसी बीच बड़े बेटे बिट्टू ने छोटे भाई गौरव का मोबाइल ऑन किया. मोबाइल ऑन करते ही उस पर मैसेज आना शुरू हो गया. जिज्ञासावश बिट्टू मैसेज पढ़ने लगा. एक नंबर से आए मैसेज को पढ़कर उसके होश उड़ गए. वह दौड़ते हुए मोबाइल लेकर पिता के पास पहुंचा और बिलखते हुए किसी की पिटाई से भाई की मौत होने का आरोप लगाते हुए मैसेज दिखाने लगा. मैसेज में लिखा था कि ‘अभी तुम्हारी पिटाई कम हुई है, आगे मिलोगे तो और पिटाई होगी.’
मैसेज देख सबके होश उड़ गए. उस नंबर पर फोन करने पर बार-बार फोन कट जा रहा था. थोड़ी देर बाद मोबाइल स्विच ऑफ हो गया. परिजनों ने गौरव की मौत पिटाई के कारण होने का आरोप लगाते हुए इसकी सूचना पुलिस को दे दी. सूचना पाकर मौके पर सीओ सदर अवधेश चौधरी, कोतवाल विपिन सिंह, फेफना थानाध्यक्ष शशिमौलि पाडेय पहुंच गए और मामले की जानकारी कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. गौरव कुंवर सिंह इंटर कालेज में कक्षा 10 का छात्र था. वह पिछले चार-पांच दिन से अपनी मां से गर्म पानी लेकर शरीर के कुछ हिस्से की सिकाई करवाता था. मां व बड़े भाई के पूछने पर फिसल कर गिरने के कारण चोट लगना बताता था. अगर उसी समय सही जानकारी दे दिया होता तो आज समय से उपचार मिलने के कारण जान बच सकती थी. बताया जाता है कि गौरव पिटाई के बाद गुमसुम रहने लगा था. पिटाई करने वाले उसे अंदरूनी पिटाई करने के बाद उसे इसकी किसी दूसरे व परिवार में जानकारी देने पर और पिटाई करने की धमकी दिए थे. इसी कारण दर्द ज्यादा होने पर भी किसी को न बता कर सिर्फ सिकाई करवाता रहा. इसी क्रम में पुलिस के हवाले से मीडिया में चल रही एक खबर के मुताबिक मेडिकल कागजात में पैर में दर्द व बुखार लिखा था. परिजन मैसेज में धमकी देने की बात कह रहे थे. मैसेज दिखाने को कहा गया तो कहा कि डिलिट हो गया है. इसके बावजूद संदेह के आधार पर पोस्टमार्टम कराया गया.