पीसीएस अधिकारी मणिमंजरी राय की आत्महत्या के मामले में पुलिस एक्शन मोड में है. बृहस्पतिवार को सीओ बाँसडीह दीपचंद के साथ मनियर एसओ नागेश उपाध्याय, बांसडीह कोतवाल राजेश कुमार सिंह एवं बलिया सदर कोतवाल विपिन सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मनियर नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता के घर पर छापेमारी की. मगर वे हत्थे नहीं चढ़े. अन्य आरोपी टैक्स लिपिक विनोद सिंह, कंप्यूटर ऑपरेटर अखिलेश के घर पर पुलिस ने दबिश दी, किंतु वे भी पुलिस के हाथ नहीं लग सके. कोतवाल ने बताया कि नगर पंचायत अध्यक्ष के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. इसके लिए तीन पुलिस टीमें गठित की गई हैं. कोतवाल ने मीडिया को बताया है कि इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है. आरोपियों की तलाश जारी है. छापेमारी टीम में मनियर थानाध्यक्ष नागेश उपाध्याय और कोतवाली क्षेत्र के चौकी इंचार्ज भी मौजूद रहे.
बीते 6 जुलाई की रात नगर पंचायत मनियर की अधिशासी अधिकारी (ईओ) मणिमंजरी राय शहर के आवास विकास कॉलोनी स्थित फ्लैट में मृत अवस्था में लटकती मिली थीं. मणिमंजरी गाजीपुर के कानुवान के रहने वाली थी. बुधवार को अपराहृन गाजीपुर से बलिया पहुंचे उनके भाई कौशलेश राय और विजयानंद राय ने कोतवाली में तहरीर दी. तहरीर में नगर पंचायत मनियर के भाजपा अध्यक्ष भीम गुप्ता, टैक्स लिपिक विनोद सिंह, कंप्यूटर ऑपरेटर अखिलेश, चालक और कुछ अज्ञात लोगों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. भाई ने मीडिया को बताया है कि जब कभी वह यहां आते थे, तो बहन कार्यालय से जुड़ीं बहुत सारी दिक्कतें, उत्पीड़न की बातें और समस्याएं साझा करती थीं.
नगर पंचायत अध्यक्ष, कुछ कर्मचारी और ठेकेदार गलत तरीके से टेंडर कराने तथा भुगतान के लिए बहन पर नाजायज दबाव बना रहे थे. इसका वह विरोध कर रही थीं. इन सब मामलों से परेशान होकर उसने जिलाधिकारी से मिलकर खुद को तीन महीने के लिए जिला मुख्यालय से अटैच भी करा लिया था. जब मणिमंजरी ने दोबारा नगर पंचायत मनियर के ईओ पद का कार्यभार संभाला, उसके बाद अध्यक्ष, टैक्स लिपिक और कंप्यूटर ऑपरेटर ने उनका फर्जी हस्ताक्षर बनाकर शासन से पैसा मंगवाया. इसकी शिकायत मणिमंजरी ने एडीएम बलिया से भी की थी. पुलिस की कार्रवाई से नगर पंचायत मनियर में हड़कंप मचा हुआ है.
इसी क्रम में आरोपी मनियर नगर पंचायत के चेयरमैन भाजपा नेता भीम गुप्ता ने मीडिया के सामने रोते हुए कहा कि महिला अधिकारी मेरे परिवार की सदस्य की तरह थीं. भीम गुप्ता ने अपने को भाजपा नेता बताते हुए मीडिया के सामने बिलख पड़े, जो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ है. मीडियाकर्मियों से भीम गुप्ता ने कहा कि मणि मंजरी मेरे परिवार की सदस्य की तरह थीं. अपने ऊपर दर्ज मुकदमे के संबंध में कहा कि उनका परिवार हमारे साथ है. कुछ लोगों के बहकावे में आकर वे ऐसा कर सकते हैं. इस घटना से जितना आघात उनके पिता को लगा है, उससे कम आघात मुझे भी नहीं लगा है. कहा कि वे बहुत बहादुर अधिकारी थीं. उनकी कोई अपनी पारिवरिक समस्या रही होगी, जिसे हमसे शेयर नहीं कर पाईं.
उधर, समाजवादी पार्टी की जिला इकाई ने मनियर नगर पंचायत की ईओ मणि मंजरी राय की आत्महत्या की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. इस सम्बंध में पार्टी के जिलाध्यक्ष राजमंगल यादव ने गुरुवार को प्रेस को जारी अपने बयान में कहा कि मृतक ईओ के परिवार के सदस्यों द्वारा दर्ज कराए गए प्राथमिकी में उल्लिखित बिंदुओं को संज्ञान में लेकर इस घटना की जांच किसी निष्पक्ष एजेंसी से करानी चाहिए.
इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता राजीव राय ने मनियर की इओ एवं गड़हांचल की बेटी मणिमंजरी राय की मृत्यु पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा की मंजरी की मृत्यु की परिस्थितियां किसी साजिश के तहत हत्या की तरफ इशारा कर रही है. बलिया प्रशासन को उच्चाधिकारियों के देखरेख में निष्पक्ष एवं समयबद्ध जांच करके दोषियों को सजा दिलानी चाहिए. उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने में देरी और मुकदमा दर्ज करने में हीलाहवाली की निन्दा की.
इस मामले में मनियर नगरपंचायत कार्यालय की गतिविधियों की जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैंने इस मुद्दे को बुधवार को एक न्यूज चैनल पर उठाया था और अगर इओ हत्याकांड की जांच में किसी प्रकार से प्रभाव डाला गया तो वह बलिया के सडकों पर उतरकर मणि मंजरी के न्याय के लिए संघर्ष करेंगे.