विधायक पुत्र और रजिस्ट्रार कानूनगो में मारपीट, तहसील कर्मी हड़ताल पर

  • बीएलओ का हटाने के लिए किया था आग्रह,मारपीट की बात गलत : हजारी सिंह
  • बीएलओ को बदलने के लिए विधायक पुत्र और समर्थकों ने की मारपीट : राधेश्याम राम
  • रजिस्ट्रार कानूनगो की तहरीर पर सात के खिलाफ केस दलित एक्ट के तहत केस दर्ज

बैरिया : स्थानीय तहसील में बुधवार दोपहर बाद बीएलओ को हटाने को लेकर विधायक सुरेंद्र सिंह के पुत्र हजारी सिंह और उनके समर्थकों की रजिस्ट्रार कानूनगो निर्वाचन राधेश्याम राम के साथ कहासुनी. बात मारपीट तक पहुंच गयी.

रजिस्ट्रार के समर्थन में तहसील के कर्मचारी अपने कार्यालय में ताला बंद कर हड़ताल पर चले गए. वहीं SDM की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने डाक्टरी मुआयना के लिए रजिस्ट्रार को सोनबरसा अस्पताल भिजवाया.

बता दें कि रेवती विकास खंड के जमधरवा (झरकटहां) ग्राम पंचायत में तैनात बीएलओ संगीता यादव पत्नी संजय यादव को वहां से हटाने के लिए विधायक के पुत्र रजिस्ट्रार कानूनगो निर्वाचन से आग्रह करने गए थे. इस प्रकरण को लेकर कानूनगो के साथ कहासुनी और मारपीट हो गई.

इसकी सूचना SDM ने बैरिया थाने को दी. कोतवाल के साथ भारी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंच गई. SDM अशोक चौधरी का कहना है कि प्रकरण की जानकारी जिलाधिकारी को दे दी है. जिलाधिकारी के निर्देशानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

उधर,कानूनगो का कहना है कि विधायक के पुत्र और उनके पांच-छह समर्थकों ने उनके साथ बीएलओ को बदलने को लेकर मारपीट की है.

वहीं, हजारी सिंह ने मारपीट के आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि कहासुनी हुई थी, कई बार कहने के बावजूद बीएलओ को नहीं बदला गया.

विधायक पुत्र का कहना था कि उक्त बीएलओ भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों के नाम मतदाता सूची में नहीं दर्ज कर रही थी. इस सूचना पर उसे हटाने का आग्रह करने गये थे. मारपीट का आरोप लगाकर बखेड़ा खड़ा किया गया है.

कानूनगो की तहरीर पर बैरिया थाने की पुलिस ने मणिभूषण सिंह, हजारी सिंह और निखिल सिंह को नामजद कर सात अज्ञात लोगों के खिलाफ 323, 504, 506, 332,147, दलित उत्पीड़न का मुकदमा पंजीकृत कर लिया है.

This post is sponsored by ‘Mem-Saab & Zindagi LIVE’