बलिया। पहली सितंबर को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के परिषदीय विद्यालय एवं अन्य सरकारी कार्यालय खुल गए. विद्यालयों में बच्चे तो अभी नहीं आ रहे हैं, परंतु ज्यादातर कैंपस की स्थिति बहुत ही खराब है.
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समस्त कमरों में बाढ़ की गंदगी, कीचड़, जहरीले कीड़े मकोड़े भरे पड़े हैं. गंदगी को साफ करने में भी कई दिन लग जाएंगे. विद्यालयों में अध्यापक आए और दरवाजे खिड़की खोल दिए, जिससे कमरे के अंदर का कीचड़ हवा से सुख सकें. ब्लॉक संसाधन केंद्र दुबहर पर खंड शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार ने स्वयं कार्यालय एवं परिसर में स्थित विद्यालयों का निरीक्षण किया. उन्होंने निर्देश दिया कि रात के समय कमरों की खिड़कियां खोल दी जाएं, ताकि हवा से फर्श एवं दीवाल सुख सके. निर्देश दिया कि समस्त विद्यालयों में अध्यापक शिक्षणेतर कर्मचारी एवं रसोइया समय से आएं और धीरे-धीरे कमरों को साफ करें, जिससे पठन-पाठन लायक विद्यालय तैयार हो सके. निरीक्षण के समय सह समन्वयक विद्यासागर गुप्त, ओम प्रकाश राय, विजय प्रकाश, श्रीकांत दुबे, चंद्रगुप्त, आनंद राय, भोला प्रसाद, गोविंद नारायण मौजूद रहे.
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