बैरिया (बलिया)। बस हरी पगड़ी बदल कर केशरिया शाफा बांधा और रानीगंज के दुलरूआ निकल पड़े बडकी दुर्गाजी को लेकर.
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रानीगंज के बडकी दुर्गाजी कमेटी के साथ युवाओं की टोली पूरे जोशों खरोश के साथ प्रतिमा विसर्जन करने उल्लासपूर्ण माहौल मे मूर्ति लेकर निकल पडे हैं. हद तो यह है कि अभी भी पुलिस प्रशासन बैरिया व मधुबनी के ताजिया जुलूस मे उलझी है. इस बीच रानीगंज मे बड़ी दुर्गाजी का विसर्जन जुलूस नाचते गाते, जयकारा लगाते निकल चुका है. तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार रानीगंज, भीखाछपरा, भरतछपरा, कोटवा का ताजिया जुलूस निर्धारित समय से पहले निकला. हरी पगड़ी बांध ताजिया कर्बला तक पहुंचा कर दौड़ते हुए युवा बडी दुर्गाजी पूजा पाण्डाल तक पहुंचे. बस फिर क्या था, यहां से केशरिया पगड़ी बांध एकता व आपसी भाईचारा की नई इबारत लिखने गुलाल उडाते, नाचते, झूमते, जयकारा लगाते निकल पड़े हैं.