शहीद अमित तिवारी के आदर्शों से सीख लेने की जरूरत- देवनारायण

दुबहर, बलिया. शहीद अमित तिवारी की 11वीं पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि सभा तिवारी टोला में मंगलवार को किया गया. कार्यक्रम के शुरू में सभी लोगों ने शहीद अमित तिवारी के चित्र पर पुष्पांजलि एवं श्रद्धांजलि अर्पित की तथा क्षेत्र के जरूरतमंद महिलाओं को अंगवस्त्रम से सम्मानित किया गया.

 

ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि देव नारायण सिंह ‘पूना सिंह’ ने कहा कि हमें ऐसा जीवन व्यतीत करना चाहिए जो दूसरों के काम आए . मनुष्य को अपने स्वार्थ का त्याग करके परहित के लिए जीना चाहिए. दया, करुणा, परोपकार का भाव रखना चाहिए. यदि हम दूसरों के लिए जिए तो हमारी मृत्यु भी सुमृत्यु बन सकती है.

 

साहित्यकार जनार्दन राय ने कहा कि राष्ट्र की सेवा हमारा संकल्प है. सभी युवाओं को महान विभूतियों के जीवनी का अध्ययन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जवान देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे देता है.अमित तिवारी ने असम राइफल के असम के बोगाई गांव स्थित चिरांग नामक स्थान पर दिनांक 26 जुलाई सन् 2010 को बोडो उग्रवादियों की गोली के शिकार हुए थे. उनके आदर्शों से सीख लेने की जरूरत है.

 

इस अवसर पर अरुण सिंह, निर्मल सिंह, नमन तिवारी, नमो नारायण तिवारी, विजय नारायण तिवारी, कृष्ण कुमार पांडे, एसआई शिव कुमार पांडे, कांस्टेबल सर्वजीत कुमार यादव, लाल बहादुर यादव आदि मौजूद रहे. कार्यक्रम का संचालन नमन तिवारी ने किया. आयोजक शोकहरण तिवारी ने सबका आभार व्यक्त किया.

(बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट)

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