नरहीं, बलिया. दो दिन पहले बड़का खेत पलिया खास गांव के बाहर सफेद बालू लदा ट्रैक्टर एवं ट्राली थाने के एक कारखास सिपाही द्वारा पकड़ा जाता है लेकिन ट्रैक्टर थाने नहीं पहुंचता है जो चर्चा का विषय बना हुआ है.
मलाईदार थानों में शुमार नरहीं थाना तस्करी एवं अवैध वसूली के मामले में हमेशा सुर्खियों में रहा है. ताजा मामला बड़का खेत पलिया खास गांव के बाहर बुधवार की देर शाम का बताया जा रहा है. जहां सफेद बालू लदा ट्रैक्टर आ रहा है. पुलिस को देखते ही वह जमीन पर बालू गिरा देता है. कारखास सिपाही कुछ और सिपाहियों को बुला कर फिर सफेद बालू ट्राली पर लोड किया जाता है. फिर कारखास सिपाही ट्रैक्टर को थाने पर जाने के लिए लेकर चल देता है लेकिन ट्रैक्टर नरहीं थाना नहीं पहुंच पाता है.
इलाके में इन दिनों सफेद बालू खनन बंद है लेकिन खनन माफिया खनन करने से बाज नहीं आ रहे हैं. खनन के मामले में थाने के कारखास सिपाहियों की भूमिका संदिग्ध लग रही है. ट्रैक्टर थाने नहीं पहुंचता है इसको लेकर ग्रामीणों में तरह तरह की चर्चा है. इलाके में लाल सफेद बालू खनन,शराब तस्करी,गोवध तस्करी, बिहार से आने वाले गांजा तस्करी सहित अन्य अवैध वसूली करने का काम कारखास सिपाही ही करते हैं. तीन महीना पहले मीडिया के खुलासे के बाद से सफेद बालू खनन बंद हो गया था. गंगा का जलस्तर जैसे जैसे बढ़ रहा है बालू माफिया भी अपना जुगाड़ बैठा कर सफेद बालू डंप करने लगे हैं. इस काम को अंजाम दिलाने में थाने पर तैनात कारखास सिपाही रात में चोरी छिपे बड़का खेत गांव के आसपास खनन कराने से बाज नहीं आ रहे हैं.
(नरही से विश्वंभर प्रसाद की रिपोर्ट)