सहतवार, बलिया. प्रख्यात योगीराज श्री चैनराम बाबा समाधि स्थल के महंत श्रीश्री राजेश्वर दास के शुक्रवार के शायं 7-30 बजे के करीब ब्रह्मलीन होने के पश्चात शनिवार के दिन उनकी अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा. ब्रह्मलीन हुए श्रीश्री राजेश्वर दास को दतहां गांव के सामने नदी सरयू में हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में विधि- विधान से जलसमाधि दी गयी.
ज्ञातव्य हो कि सहतवार श्री चैन राम बाबा समाधि स्थल के महंत श्रीश्री राजेश्वर दास हृदयाघात की वजह से शनिवार की देर शाम करीब 70 वर्ष की अवस्था में ब्रह्मलीन हो गये थे. जिसकी सूचना मिलते ही श्री चैन राम बाबा समाधि स्थल प्रांगण में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा. श्रद्धालु अपने प्रिय महंत के अंतिम दर्शन को बेताब दिखे. बताया जाता है कि श्रीश्री राजेश्वर दास काफी दिनों से हृदय की बीमारी से जूझ रहे थे।जिनका इलाज चल रहा था.
श्रीश्री राजेश्वर दास सन 1970 से अपने गुरु श्रीहरि प्रपन्न रामानुज दास के सानिध्य में योगीराज बाबा स्थल समाधि स्थल पर रह रहे थे. श्री हरि प्रपन्न रामानुज दास के 18 फरवरी1987में ब्रम्हलीन होने के बाद मोहरा गांव थाना महौरा जनपद सारण(छपरा) बिहार के निवासी श्रीश्री राजेश्वर दास ने श्री योगीराज चैनराम बाबा समाधि स्थल के महंत का पदभार ग्रहण किये थे.
श्री श्री राजेश्वर दास की जलसमाधि यात्रा में मानों जनसैलाब उमड़ पड़ा. जल समाधि यात्रा में श्रीश्री राजेश्वर दास के भाई महेश्वर सिंह, महंत कमल नारायण दास के अलावे बांसडीह विधायक केतकी सिंह,प्रसपा(लोहिया) के प्रदेश महासचिव नीरज सिंह”गुड्डू”,धर्मनाथ सिंह काका, शशिकांत सिंह,हीरा लाल वर्मा,सभासद संजय पांडेय बबलू, राजेश्वर सिंह मुन्ना जी, योगेंद्र सिंह, राजीव सिंह पप्पू,अजय सिंह,राकेश यादव,काशीनाथ पाण्डेय,डा.मुन्ना जी आदि हजारों श्रद्धालु शामिल रहे.
(सहतवार से श्रीकांत चौबे की रिपोर्ट)
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