

सुखपुरा (बलिया)। गड़वार कस्बा रामलीला मंच पर स्थानीय कलाकारों द्वारा राम लीला के क्रम में दूसरे दिन भानु प्रताप कथा, रावण जन्म एवं बैजनाथ धाम आस्था का सफल मंचन युवा वर्ग ने किया. लीला का शुभारंभ समाजसेवी पत्रकार अमित कुमार पांडेय पप्पू एवं श्रीमती शांति श्रीवास्तव ने क्रमशः भगवान राम के प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर किया. लीला के क्रम में भानु प्रताप को ऋषियो द्वारा श्रापित किया गया कि तुम राक्षस बनोगे और त्रेता युग में भगवान राम के जन्म के पश्चात तुम्हारा उद्धार होगा. इसी क्रम में सुमाली रावण से कहता है कि तुम चारों वेद पुराण ज्योतिष के प्रकांड विद्वान हो. तुम अस्त्र-शस्त्र के विधा में पारंगत हो. तुम अपने बल पर विश्व पर विजय प्राप्त कर लिए हो. अब मैं चाहता हूं आर्याव्रत के दक्षिण में लंका नामक देश है, जहां तुम्हारा ही भाई कुबेर जिसे विष्णु ने तुम लोगों से छल कपट करके वहां का राजा बना दिया है. अब तुमको कुबेर को युद्घ में पराजित कर उसे अपने राजधानी बनाना है, और पूरे आर्यावर्त पर राज्य करना है. इसी क्रम में रावण कुबेर को पराजित कर स्वयं वहां का राजा बन जाता है. लीला के क्रम में रावण, कुंभकर्ण, विभीषण ब्रह्मा की तपस्या करते हैं. तपस्या के उपरांत रावण अमरत्व का वरदान मांगता है. कुंभकरण का छह महीना सोने का तथा 1 दिन जगने का वरदान मांगता है. वही विभीषण प्रभु की भक्ति का वरदान मांगता है. इस पर भगवान ब्रम्हदेव सबको मनवांछित वरदान दे देते हैं. लीला में राकेश सिंह, जुलुम सिंह, धनजी शर्मा, सत्येंद्र कुमार एडवोकेट, मुकेश कुमार सिंह, इंद्रजीत सिंह, महीप सिंह आदि उपस्थित रहे. अध्यक्षता अमित कुमार सिंह कल्लू तथा संचालन मोहन सिंह ने किया.

ऐसे आयोजनों से प्रतिभाएँ निखारने का अवसर प्राप्त होगा एवं आपसी सौहार्द बढेगा।