बैरिया (बलिया) से वीरेंद्र नाथ मिश्र
बैरिया तहसील के उत्तर में बहने वाली घाघरा तथा दक्षिण में बहने वाली गंगा, दोनों नदियां पिछले 24 घंटे से घटाव पर हैं. जबकि घाघरा नदी से होने वाला कटान जारी है.
बता दें कि चांदपुर रेगुलेटर से जारी सूचना के अनुसार शनिवार को सुबह घाघरा का जलस्तर 57.35 मीटर मापा गया, जबकि शुक्रवार की शाम 4 बजे यह घाघरा का जलस्तर 57.64 मीटर था. चांदपुर में खतरा बिंदु 58 मीटर है. घटाव के बावजूद भी घाघरा तटवर्ती इलाकों गोपाल नगर टाडी, अधिसिझुआ, गुमानी के डेरा, बकुलहा, चांद दियर आदि में खेतों का कटान रफ्ता रफ्ता जारी है.
उधर सिंचाई विभाग के बाढ़ नियंत्रण केंद्र गायघाट पर शनिवार को सुबह 8 बजे गंगा का जलस्तर 53.86 मीटर मापा गया, जबकि शुक्रवार शाम 4 बजे यहां जलस्तर 53.98 मीटर मापा गया था. गंगा भी घटाव पर हैं, लेकिन गंगा तटवर्ती गांवों के लोगों में बड़वा कटान को लेकर दहशत बना हुआ है. ग्रामीणों का कहना है की गंगा का असल बाढ़ और कटान का खतरा तो अगस्त के पहले सप्ताह से सितंबर के तीसरे सप्ताह तक रहता है. बल्कि इस साल गंगा के जल में वृद्धि बहुत पहले हो गया है.
दो दशक के बीच में जुलाई महीने में गंगा का जलस्तर उतना कभी नहीं बढ़ा, जितना आजकल है. आगामी खतरे को देखते हुए गंगा तटवर्ती गांव के लोग भय ग्रस्त हैं. गंगा के बाढ़ व कटान से सुरक्षा के लिए गंगा पार नौरंगा, दुबेछपरा गोपालपुर, रामगढ़, गंगापुर में चल रहे कार्य तथा गंगापुर से नौरंगा तक ड्रेजिंग कार्य धीमी रफ्तार से चल रहा है. गंगा के बाढ़ का पानी बढ़ने से पहले यह कार्य पूरा हो जाए तो ग्रामीण राहत मिलने की उम्मीद जता रहे हैं.