शराब की दुकानें बनी जी का जंजाल, महिलाओं-लड़कियों का घर से निकलना दूभर

​भोजापुर मार्ग पर चल रही शराब की दुकानें बनी ग्रामीणों के जी का जंजाल

नहीं हटी तो तहसील परिसर मे पांच जुलाई से बेमियादी अनशन की चेतावनी 

बैरिया (बलिया)। स्थानीय बाजार से निकल कर भोजापुर गाँव की ओर जाने वाले मार्ग पर चल रहे  देशी, अंग्रेजी शराब व बीयर की दुकान ग्रामीणों के लिए जी का जंजाल बन गई हैं. यही वह प्रमुख राह है, जिस पर शाम व सुबह के समय कस्बे की सैकडों महिलाएं शौच व टहलने के लिए जाती हैं. इस रास्ते दर्जन भर गाँवों के लोगों का आना जाना लगा रहता है.

इस मार्ग के किनारे पर ही बैरिया के प्रमुख लगभग आधा दर्जन शिक्षण संस्थान हैं, जहां हजारों की संख्या मे छात्र-छात्राएँ पढने आती हैं. इलाके के सबसे शान्त व सुरक्षित रास्तों में शुमार इस मार्ग की दुर्दशा देशी, अंग्रेजी शराब व बीयर की दुकान खुल जाने के बाद से शुरू हो गई है.  आती जाती महिलाओं  व छात्राओं से छेडखानी व गंदी हरकतें अब इस मार्ग पर आम बात हो है. यद्यपि यहाँ जिस दिन यह दुकानें शुरू हुईं, उसी दिन आसपास के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था.

तब क्षेत्राधिकारी व थानाध्यक्ष मौके पर पहुचे थे. आश्वासन देकर ग्रामीणों को हटाए. इस बाबत ग्रामीणों का आरोप है कि हमें आश्वासन देकर भेज दिया गया और पुलिस, ठेकेदार और कुछ नेताओं की मिलीभगत से शराब की दुकान में लूट का मुकदमा दर्ज कर बेगुनाह लोगों को फंसा दिया गया. जिससे मुकदमे के डर से ग्रामीण चुप हो गये और यहां दुकान स्थापित करा दी गयी. हालात तब गम्भीर हुए जब राह चलती छात्राओं व महिलाओं से बद्तमीज़ियां रोज रोज बढती ही गयी.

आजिज आकर बीते पखवारे सैकडों महिलाएं सडक पर उतर बैरिया तिराहे पर प्रदर्शन की और तहसील मे जाकर उपजिलाधिकारी को पत्रक देकर शराब की दुकानें वहां से हटवाने की मांग की. तब उपजिलाधिकारी ने शीघ्र ही मामले के निस्तारण का आश्वासन दिया था. लेकिन एक पखवारा बीतने के बाद भी हालात जस खा तस रहने पर मंगलवार को एक बार फिर से भोजापुर ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान विनायक मौर्य के नेतृत्व मे सैकड़ों की संख्या में महिलाएं तहसील पहुंच कर एसडीएम अरविन्द कुमार को पत्रक सौंपा.

महिलाओ में आक्रोश है, महिलाओं का कहना है कि इसी सड़क मार्ग से एलकेजी से लेकर इंटरमीडिएट तक के लड़कियां पढ़ने जाती हैं, जो पिछले कई बार महिलाओं के साथ छेड़खानी का सामना करना पड़ा है. महिलाओं ने चेतावनी दिया कि अगर तत्काल  शराब की दुकानों को नहीं हटाया गया तो पांच जुलाई से तहसील प्रांगण में बेमियादी अनशन किया जाएगा. जिसकी जबाबदेही तहसील प्रशासन की होगी. पत्रक देने वालों में सुगंती देवी, मीरा देवी, रेखा देवी, विद्यावती देवी, कलावती देवी सहित दर्जनों  महिलायें रही.