सिकन्दरपुर (बलिया)। क्षेत्र के संत अनंत दास शिक्षण संस्थान एकईल के प्रांगण में आयोजित शैक्षिक गोष्ठी में वक्ताओं ने शिक्षा को जहां समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने में सहायक बताया, वहीं कहा कि शिक्षा लोगों के लिए उन्नति का मार्ग प्रशस्त करती है.
इसे भी पढ़ें –डॉ.धर्मात्मानंद ने आकांक्षा राज को सम्मानित किया
कार्यक्रम का शुभारंभ भोजपुरी भूषण आनंदजी नंदा ने द्वीप प्रज्वलित व सरस्वती चित्र पर माल्यार्पण कर किया. कहा कि शिक्षा अतीत को भविष्य से जोड़ने में महति भूमिका निभाती है. यह हमें समाज में सर उठाकर चलने के लिए आधार प्रदान करती है. कहा कि शिक्षा के बिना व्यक्ति का जीवन अधूरा है. सतत आगे बढ़ने की परिकल्पना को शिक्षा से ही साकार किया जा सकता है. अतीत व वर्तमान शिक्षा पद्धतियों के बारे में चर्चा किया. कहा कि शिक्षा की सतत साधना से व्यक्तियों केवल जीवन की ऊंचाइयों को छूने में ही सफल नहीं होता है, बल्कि समाज में अपना एक आदर्श भी स्थापित करता है. रामजन्म यादव, रीमा वर्मा, स्नेहा मौर्या, डॉ. प्रभात कुमार, रीता आदि ने विचार रखे. अध्यक्षता डॉ. फुलेश्वर वर्मा व संचालन नूपुर श्रीवास्तव ने किया.
इसे भी पढ़ें – हर हाल में जरूरतमंदों तक राहत पहुंचाने की कवायद