विश्वकर्मा पूजा (Vishwakarma Puja) हर साल 17 सितंबर को मनाया जाता है. मान्यता है कि इसी दिन निर्माण के देवता विश्वकर्मा का जन्म हुआ था. महर्षि भृगु के पुत्र विश्वकर्मा को देवशिल्पी यानी कि देवताओं के वास्तुकार के रूप में पूजा जाता है. मान्यता है कि उन्होंने देवताओं के लिए महलों, हथियारों और भवनों का निर्माण किया था. विश्वकर्मा पूजा के मौके पर ज्यादातर दफ्तरों में छुट्टी होती है और कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इस दौरान औजारों, मशीनों और दुकानों की पूजा करने का विधान है. विश्वकर्मा, बलिया और महर्षि भृगु का कनेक्शन जानने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक या टैप करें