दुबहर, बलिया. ग्राम पंचायतों के प्रशासकीय आदि कार्यों में 30 लाख से भी अधिक धन खर्च होने की गड़बड़ी की आशंका पर मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत के निर्देशानुसार दुबहर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत घोड़हरा में विकास कार्यों का धरातलीय सत्यापन का कार्य जिला विकास अधिकारी राजितराम मिश्रा के नेतृत्व में रविवार की देर शाम तक किया गया.
मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण वर्मा द्वारा नामित मुख्य जांच अधिकारी राजितराम मिश्रा ने जल निगम के सहायक अभियंता एमके कुशवाहा के साथ अलग-अलग कार्यों के अलग-अलग फाइलों के कागजात के अनुसार माप-जांच करते हुए गहनता से अवलोकन किया.
उत्तर प्रदेश सरकार के परिषदीय विद्यालयों में महत्वपूर्ण योजना, ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालय घोड़हरा में पेवर्स ब्लॉक निर्माण कार्य, प्राथमिक विद्यालय अलमचक में पेवर्स ब्लॉक निर्माण कार्य अवशेष दो कमरों एवं किचेन में टाइल्स का कार्य, प्राथमिक विद्यालय अलमचक के नए भवन में टाइल्स एवं सुंदरीकरण का कार्य, अक्षय सिंह के दरवाजे से मिडिल स्कूल घोड़हरा तक इंटरलॉकिंग पेवर्स ब्लॉक निर्माण की जांच की गई।
इसके अलावा रामेश्वर पटेल की दुकान से टुनटुन राम के घर तक इंटरलॉकिंग पेवर्स ब्लॉक, सेराज खान के घर से लल्लू के घर तक ताजिया चौक तक सीसी रोड निर्माण कार्य, संजय वर्मा के घर से लल्लन ठाकुर के घर तक इंटरलॉकिंग पेवर्स ब्लॉक निर्माण कार्य, लल्लन यादव के घर से अशोक वर्मा के घर तक पेवर्स ब्लॉक निर्माण कार्य आदि 27 कार्यों कार्यों का कागजातों से मिलान करते हुए स्थलीय माप किया गया.
मुख्य जांच अधिकारी और उनकी टीम प्राप्त धन के सापेक्ष कराए गए धरातलीय विकास कार्यों से संतुष्ट नजर आई. मुख्य जांच अधिकारी राजितराम ने बताया कि वह अपनी जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर देंगे. इस दौरान सैंकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे.
बताते चलें कि कोरोना संक्रमण के कारण ग्राम पंचायतों में अक्टूबर 2020 में ही होने वाले पंचायत चुनाव टाल दिए गए थे. इस दौरान शासन द्वारा प्रत्येक गांवों में विकास कार्यों को जारी रखने हेतु प्रशासकों की नियुक्ति की गई थी. विगत माह मंडलायुक्त की समीक्षा बैठक के दौरान 01 दिसंबर 2020 से 31 मई 2021 के दौरान केवल छ: माह में ही विभिन्न ग्राम पंचायतों में अधिक धन खर्च एवं उसके दुरुपयोग की आशंका व्यक्त की गई थी. जिसमें दुबहड़ ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत घोड़हरा में भी विभिन्न विकास कार्यों में 35.45 लाख रुपए खर्च किए गए थे.
(दुबहर से कृष्णकांत पाठक की रिपोर्ट)