बलिया. जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन पर भारत के आजादी का अमृत महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया.
विश्वविद्यालयय के कुलपति प्रोफेसर कल्पलता पाण्डेय ने 76वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रगान और भारत माता की जय के नारों के बीच झंडारोहण किया. भारतवर्ष की आजादी के वीरों का स्मरण किया एवं उन्हें नमन किया.
उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए नए पाठ्यक्रम एम०ए० भूगोल, एम०ए०
एग्रोनामी, इस सत्र में जुड़ चुके हैं और संगीत आदि का जिक्र करते हुए कहा कि भविष्य में और भी महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय में शामिल किए जाएंगे. उन्होंनेे नई शिक्षा नीति का भारतीय शिक्षा आंदोलन के महत्वपूर्ण बिंदुओं को पुनर्जागृत कर समाज में सुधार लाने की बात कही.
उन्होंने कहा कि शिक्षकों के नियमित चयन की प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया है जिससे कि छात्र एवं छात्राओं को बेहतर सुविधा दी जा सके.
उन्होंने सम्बद्ध महाविद्यालयों का विश्वविद्यलाय के प्रति किये गए सराहनीय कार्य का भी उल्लेख किया उन्होंने विश्वविद्यालय के निर्माणधीन भवनों को समयावधि के अन्दर पूर्ण हो जाने की बात कहीं और विश्वविद्यालय के अन्दर शोध लैब एवं पुस्तकालय का भी कार्य जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.
इस अवसर पर प्रशासनिक भवन से लेकर वीर लोरिक के जन्म स्थान ग्राम बसंतपुर तक पद यात्रा करते हुए पहुंची. वहां उनके निवास स्थान पर ध्वजारोहण कर उनके निवास स्थान को विकसित करने हेतु ग्राम प्रधान से वार्तालाप भी की. तत्पश्चातत उनकी गरीमामयी उपस्थिति प्रशासनिक भवन के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में गायन और डाक्यूमेंट्री का संचालन हुआ.
इस कार्यक्रम में कुलसचिव एस एल पाल, कुलानुशासक डॉक्टर अरविन्द नेत्र पाण्डेय, निदेशक शैक्षणिक डॉक्टर पुष्पा मिश्रा, एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर अजय कुमार चौबे, एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर प्रियंका सिंह , सहायक प्रोफेसर, कर्मचारी ,सहित अन्य बुद्धजीवी लोग शामिल रहे.
(बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट)