नगरा, बलिया. थाना क्षेत्र में पुलिस की निष्क्रियता के चलते चोरों के हौसले बुलंद है. जिसके कारण कस्बे से लेकर गांव तक चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं.
घटना को अंजाम देने के बाद चोर आसानी से निकल भागते है लेकिन पुलिस पर कोई असर नहीं पड़ता है. क्षेत्र में लगभग एक माह से बाइक चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं.
वही पीड़ितों को थानों से निराशा ही हाथ लग रही है. पुलिस किसी भी घटना से पर्दा उठाने में नाकाम है. लोग सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर पुलिस क्या कर रही है. एक बाइक चोरी की घटना को छोड़कर किसी भी घटना में प्राथमिकी तक दर्ज नहीं हुई है. क्षेत्र में बढ़ रही चोरी की घटनाओं से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है.
केस – 1 थाना क्षेत्र के बलुआ निवासी केदारनाथ उपाध्याय के घर में 5 जून को तिलकोत्सव का कार्यक्रम था. तिलक में उपहार स्वरूप मिले एक बैग में 1,80000 रू के अलावा 75000 रू तथा चांदी के वर्तन, सिक्के, सुपाड़ी आदि था. बैग रात को चोरी हो गया. पीड़ित ने बैग चोरी की नामजद तहरीर पुलिस को दी लेकिन पुलिस मुकदमा दर्ज करने में आनाकानी करती रही. थक हार कर पीड़ित ने एक माह पूर्व मुख्यमंत्री एवं पुलिस अधीक्षक के पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई, बावजूद इसके नगरा पुलिस ने अबतक न तो मुकदमा लिखी और न नामजद आरोपी को पकड़ सकी.
केस -2 मंगलवार की रात में सलेमपुर चट्टी पर चोरों ने किराने की गुमटी को पीछे से तोड़कर हजारों रुपए का समान व नगदी लेकर गायब हो गए.
क्षेत्र में नहीं थम रही बाइकों की चोरी
क्षेत्र में इन दिनों बाइक चोर सक्रिय हैं. पिछले कुछ दिनों के आंकड़ों पर गौर करें तो बाइक चोरी की वारदात में एकाएक इजाफा हुआ है. बाजार के अलावा गावो में भी बाइक चोरी की घटनाएं बढ़ी है. क्षेत्र में बाइक चुराने वाला गिरोह सक्रिय है और पुलिस इस मामले में निष्क्रिय बनी हुई है. पुलिस की निष्क्रियता का ही चोर गिरोह फायदा उठा रहा है. बाइक चुराने के बाद चोर इन वाहनों को कहां खपा रहे हैं, यह जांच का विषय है.
केस 3 -थाना क्षेत्र के पांडेयपुर निवासी दीपक कुमार पुत्र कैलाशनाथ 20 अगस्त को रात 8 बजे अपने पड़ोसी असलम अंसारी की बाइक मांगकर नगरा आए थे और रात दस बजे घर गए और बरामदे में बाइक खड़ा कर भीतर जाकर सो गए. सुबह जब नींद खुली तो बरामदे से बाइक गायब थी. पीड़ित ने 21 अगस्त को बाइक चोरी की तहरीर पुलिस को दे दी. इसके बाद थाने का एक सिपाही पीड़ित पर ही पंचायत के जरिये 40000 रु का दंड थोप दिया. मीडिया के हस्तक्षेप पर पुलिस ने मुकदमा तो पंजीकृत कर ली लेकिन आजतक बाइक का पता नहीं लगा सकी.
केस 4 – यह घटना 7 सितम्बर की है। नगरा कस्बा निवासी भाजपा नेता जयनाथ दास उर्फ गुड्डू पांडेय 7 सितम्बर को रात 9 बजे दवा लेने बाजार में आए थे और सिकंदरपुर मार्ग पर बाइक खड़ी कर कुछ दूरी पर जाकर किसी से बात करने लगे. इसी बीच मौका पाकर चोरो ने उनके बाइक पर हाथ साफ कर दिया. पीड़ित भाजपा नेता ने उसी रात पुलिस को बाइक चोरी की तहरीर दे दी लेकिन पुलिस न तो प्राथमिकी ही दर्ज की है और न बाइक ढूंढ़ पाई है.
केस 5 – ये घटना 13 सितम्बर की रात की है. थाना क्षेत्र के गोठवा निवासी राकेश सिंह पुत्र रमायन सिंह 13 सितम्बर को सायंकाल 7 बजे राजू सिंह के सोनाडी स्थित घर के सामने बाइक खड़ा कर अंदर खाना खाने गया और वापस लौटा तो बाइक गायब थी. पीड़ित ने बाइक इधर उधर ढूंढा, बाइक का पता नहीं चलने पर पुलिस को तहरीर दी, पुलिस यह प्राथमिकी भी दर्ज नहीं की है.
केस 6 – बाइक चोरी की ये घटना 14 सितम्बर की है. भीमपुरा थाना क्षेत्र के वाराडीह लवाईपट्टी निवासी प्राथमिक शिक्षक उदय बहादुर यादव थाने से सौ गज दूर बीआरसी पर बाइक खड़ा कर जूनियर हाई स्कूल में आयोजित धरना में चले गए. धरना खतम होने के बाद वापस आए तो जहां बाइक खड़ा किए थे, वहा बाइक नहीं थी. जबकि गाड़ी पर रखा उनका हेलमेट वहीं पड़ा था. चारो तरफ ढूंढने के बाद जब बाइक नहीं मिली तो पुलिस को तहरीर दिए लेकिन पुलिस इस घटना को भी ठंडे बस्ते में अन्य घटनाओं की भांति डाल दी है.
(नगरा से संतोष द्विवेदी की रिपोर्ट)