

बैरिया, बलिया। बताते चलें कि शनिवार को अहले सुबह से गोपालपुर गांव में गंगा नदी के बाढ़ का पानी परमहंस कुम्हार के घर के पास से घुसने लगा है. गांव में अफरा-तफरी का माहौल है. गोपालपुर गांव के निचले हिस्से में पानी फैलने लगा है ऐसे में निचले हिस्से के दहारी राम भिखारी राम दशरथ राम मोहन राम तेजू राम नवमी राम आदि लोग अपने परिवार पशु और सामान के साथ दुबे छपरा एनएच 31 के किनारे सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे हैं.
यहां यह भी बता दें की गायघाट स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष से जारी सूचना के अनुसार गंगा नदी का जलस्तर आज सुबह 8 बजे 58.1 मीटर मापा गया. जबकि कल शुक्रवार की शाम 4 बजे गंगा नदी का जलस्तर 57.37 मीटर रहा. रात भर में गंगा नदी का जलस्तर 73 सेंटीमीटर बढ़ा है. गायघाट में गंगा नदी का खतरा बिंदु 57.6 15 मीटर है. ऐसे में गंगा नदी का जलस्तर खतरा बिंदु से .515 मीटर ऊपर है, और गंगा नदी में 3 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ाव जारी है. बैरिया तहसील क्षेत्र में गंगा नदी का उच्चतम जल स्तर वर्ष 2016 में 60.39 मीटर तक गया था.

गोपालपुर में पानी घुसने के साथ ही उदई छपरा, प्रसाद छपरा, आलम राय के टोला, बुधन चक, मुरली छपरा, ग्राम पंचायत जगदेवा, आंशिक टेंगरहीं आदि गांव व इन गांव के लहलहाते खेतों पर गंगा नदी के बाढ़ का पानी फैलने की आशंका बढ़ गई है. बाढ़ का पानी बढ़ने का यही रफ्तार रहा तो अगले 24 घंटे के अंदर आधा दर्जन गांव बाढ़ से गिर जाने और खेत टापू बन जाने की आशंका ग्रामीण व्यक्त कर रहे हैं.
इस संदर्भ में जब एसडीएम बैरिया आत्रेय मिश्र से बात की गई तो उनका कहना है कि बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए छोटी व मझौली नावें मंगाई गई है. वह वहां पहुंच रही होंगी. गोपालपुर हनुमान मंदिर पर बाढ़ राहत केंद्र सक्रिय कर दिया गया है. वहां लेखपाल और कानूनगो पहुंच चुके हैं. बहुत जल्दी पशु व अन्य चिकित्सकीय दल वहां पहुंच जा रहे हैं. मैं खुद मौके पर जा रहा हूं. जो-जो आवश्यकता होगी जल्द ही वहां पूरा किया जाएगा.
(बैरिया संवाददाता वीरेंद्र मिश्र की रिपोर्ट)