बिल्थरारोड (बलिया)। लगभग 80 प्रतिशत धान की फसले पानी न मिलने के चलते सूख गयी हैं. इसके चलते किसान आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. ऐसे में प्रदेश के सिंचाई मन्त्री शिवपाल यादव द्वारा नहरों मे पानी न छोड़े जाने व सरकारी ट्यूबवेल चालू न होने से धान की फसल सूखने की शिकायत मिलने पर विभागीय इंजीनियरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की बात लोगो के गले से नीचे नहीं उतर रही है.
अखिलेश सरकरा खुद को किसानों की हितैषी बताती है. हालांकि सपा शासन में सरकारी आदेश को धता बता विभागीय अधिकारी कान में तेल डाल कर सो रहे हैं. जिले के कई इलाकों में अपेक्षित बारिश नहीं हुई. नहरों में पानी भी नहीं छोड़ा गया. तकनीकी खराबी के चलते सरकारी ट्यूबवेल से भी पानी नहीं मिला. नतीजतन किसानों की धान की फसल झुलस गई. कुछ किसान महंगे दामों पर डीजल खरीदकर अपनी फसल को किसी तरह जिंदा रखे हुए है. क्षेत्र के करनी माईनर मे पानी नहीं छोड़े जाने से नहर में लम्बे-लम्बे खर पतवार उग आए हैं.