सुखपुरा(बलिया)। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच नगर का ऐतिहासिक महावीरी झंडा जुलूस मंगलवार को गाजे-बाजे, हाथी-घोड़े एवं ऊंटों के साथ सुनरसती स्थान के हनुमान मंदिर से निकला. इसके पहले विधि विधान के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्रीराम भक्त हनुमान का पूजन-अर्चन हुआ. पगड़ी रस्म में पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह व अन्य प्रबुद्ध लोगों ने समिति के सदस्यों को लाल रंग की पगड़ी बांधी. समिति से जुड़े युवाओं ने हैरतअंगेज करतब दिखाये. जुलूस में हिंदुओं के साथ ही मुसलमानों ने भी बढ़-चढ़कर शिरकत किया. दर्जनों झण्डे- बैनर के साथ निकले जलूस में लुप्त हो रही लोककलाओं को कलाकारों ने जीवंत करने का भरपूर प्रयास किया. कलाकारों ने पखावज, गोड़उ, डफरा, हुरका का प्रदर्शन किया.
आधा दर्जन कीर्तन मंडलियां कीर्तन गाते हुए जुलूस में चल रही थीं. निर्धारित मार्ग से होकर जुलूस सुभाष रोड से गुजर रहा था, तो छतों से महिलाओं ने पुष्प वर्षा की. बीच-बीच में श्रद्धालुओं ने अपने-अपने दरवाजों पर जुलूस मे शामिल लोगों व खिलाड़ियों के लिये शरबत की व्यवस्था की थी. जुलूस में शामिल खिलाड़ियों को शरबत पिलाया गया. इसके बाद उनके खेलों में और अधिक उत्साह देखा गया. जुलूस निर्धारित मार्गों से होकर लगभग तीन किमी की दूरी तय कर देर शाम हनुमान मंदिर पर आकर समाप्त हुआ. झंडा समारोह समिति के अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह,अशोक पटेल,देवमुनि, शिवशंकर,पप्पू सिंह,कन्हैया सिंह, विजय शंकर सिंह,राजेश्वर सिंह, सर्वदेव सिंह,रविन्द्रनाथ सिंह का आयोजन में विशेष योगदान रहा. सुरक्षा के लिए एसओ सुखपुरा परमानन्द द्विवेदी, गड़वार, बांसडीहरोड, बांसडीह, पकड़ी, फेफना की फोर्स के साथ भारी
संख्या मे पीएसी व महिला पुलिस तैनात रही.
महावीरी झण्डा जुलूस में युवाओं ने लगभग एक दर्जन स्थानों पर हैरतअंगेज कलाओं का प्रदर्शन कर लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया. करतब दिखाने वाले युवाओं ने आग के गोले के बीच से निकलना, टूटे ट्यूब लाइट पर करतब दिखाना, सीने पर से मोटरसाइकिल उतारना, लोहे के किल पर सो कर उपर से अपने सीने पर से मोटरसाइकिल पार कराना, पत्थर तोड़ना जैसे कलाओं के साथ तलवार, गदका, भाला, लाठी, बनैठा आदि का प्रदर्शन किया. युवाओ में पंकज, विनोद, आदर्श, अजीत, धनजी, आइफा, करन, जितेन्द्र, सोनू, बबलू, समरजीत, जुगूल, राजू, आशीष, मुकेश, अंकित, सनी, रुदल, दीपक, मंटू आदि ने अपने कला का जोरदार प्रदर्शन किया.
जुलूस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वप्निल नारे “बेटी बचाओ, बेटी पढाओ” को सार्थक करती एक झांकी लोगों के आकर्षण के केंद्र में रही. झांकी के माध्यम से महावीरी झंडा समारोह के आयोजक बेटियों के प्रति आदर भाव रखने के संदेश में कामयाब रहे.लोगों ने आज के परिवेश में इस तरह के झांकियो को आवश्यक बताया.