आधा दर्जन और नए कोरोना पॉजिटिव मिले, जिले में कुल संक्रमित 665+55

बलिया। जिले में शनिवार की देर शाम आई कोरोना बुलेटिन के तहत आधा दर्जन नए कोरोना संक्रमित मिले हैं. अब जनपद में कोरोना संक्रमितों की संख्या 665 हो गई है, वहीं 55 मरीज जनपद से बाहर ही जांच करवाए थे. वे वहीं पर अपना उपचार भी करवा रहे हैं.

कोरोना संक्रमितों में से अब तक 376 लोग स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. वहीं अब तक आठ लोगों की कोरोना वायरस के कारण मौत हो चुकी है. इस तरह अब जनपद में कुल एक्टिव केस 284 हैं. संदिग्धों के सैंपल लेने का काम अभी भी जारी है. जिले के हर क्षेत्र से कोरोना संदिग्धों के सैंपल लिए जा रहे हैं. जनपद में रैपिड किट आने से जांच में राहत मिल रही है. किट की संख्या कम होने के कारण अभी इससे महत्वपूर्ण लोगों की जांच हो रही है. शासन द्वारा और किट आने के बाद इस किट से सभी की जांच हो सकेगी. इसकी रिपार्ट 15 मिनट में आ रही है. वहीं 15 लोग ठीक होने पर आज घर भिजवा दिए गए. उन्हें 14 दिन होम क्वारंटाइन होने की सलाह चिकित्सकों ने दी है.

जिले में कोरोना की गंभीर स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर इंटीग्रेटेड कमाड एंड कंट्रोल सेंटर तथा सर्विलांस सेल का गठन कर दिया गया है. जिलाधिकारी ने दोनों समिति का प्रभारी व अपर प्रभारी नामित करते हुए जिम्मेदारी भी तय कर दी है. इंटीग्रेटेड कमाड एंड कंट्रोल सेंटर का प्रभारी संयुक्त मजिस्ट्रेट विपिन कुमार जैन और अपर प्रभारी डीआईओएस भास्कर मिश्र को बनाया गया है. इसमें सदस्य के रूप में राजकीय महिला पॉलिटेक्निक की प्रधानाचार्य मलिक मोहम्मद सलीम और नायब तहसीलदार बांसडीह अंजू यादव हैं.

विकास भवन से इसका संचालन होगा. यह समिति टेलीफोन की व्यवस्था के साथ 24 घटे कंट्रोल रूम के रूप में काम करेगी. सभी विभागों से समन्वय बनाना, प्रतिदिन की हेल्थ बुलेटिन मीडिया और जन सामान्य की जानकारी के लिए जारी करना. महामारी से संबंधित कार्य कर रहे विभिन्न विभागों जैसे स्वास्थ्य, पुलिस, नगर विकास, ग्राम्य विकास की सूचना का संकलन करना तथा शासन में उच्चधिकारियों के स्तर से अपेक्षित दैनिक सूचना भेजना इस समिति का काम होगा.

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इसी प्रकार सर्विंलांस सेल का प्रभारी एसडीएम सदर/संयुक्त मजिस्ट्रेट अन्नपूर्णा गर्ग को तथा अपर प्रभारी डिप्टी कलेक्टर सर्वेश यादव को बनाया गया है. सर्विंलांस सेल में जिला सर्विंलांस अधिकारी डॉ. एके मिश्र, बीएसए शिव नारायण सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी सेराज अहमद सदस्य के रूप में होंगे. समस्त एल-1 फैसिलिटी हॉस्पिटल में भर्ती होने से लेकर डिस्चार्ज होने तक का तिथिवार अपडेट रखेगी. हॉस्पिटल में खानपान व अन्य सुविधाओं से संबंधित व्यवस्था का परीक्षण, रोगियों का फीडबैक नियमित रूप से प्राप्त कर उसके अनुसार सुधार करने की कार्रवाई भी करेगी.

अब सैम्पल लेते समय देखी जाएगी आईडी

उधर, जिलाधिकारी श्रीहरिप्रताप शाही ने एक बार फिर से साफ किया है कि कोरोना की जांच के लिए सैम्पल देने में अगर गलत नाम, पता या मोबाइल नम्बर दिया तो आपदा अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जाएगी. इस पर रोक लगाने के लिए सैम्पलिंग में कुछ अलग व्यवस्था करने का निर्देश सीएमओ को दिया है.

दरअसल, जिले में कोरोना की जांच के लिए टसैंपलिंग, परिणाम तथा हॉस्पिटलाइजेशन की प्रक्रिया के दौरान ऐसा देखा जा रहा है कि किसी व्यक्ति द्वारा अपना नाम, पता व मोबाइल नंबर गलत लिखवाया जा रहा है. इस वजह से ट्रेस करने में दिक्कत आ रही है. इसी प्रकार पॉजिटिव आने की सूचना पर कुछ लोग अन्य शहर या महानगर में चले जा रहे हैं और वहां के मेडिकल फैसिलिटी में भर्ती हो जा रहे हैं. इससे ऐसा लगता है कि संबंधित व्यक्ति हॉस्पिटल में जाने से बचने के लिए ऐसा कर रहे हैं. इससे महामारी फैलने की आशंका और बढ़ जा रही है. स्पष्ट किया है कि यह महामारी और आपदा अधिनियम के अंतर्गत दंडनीय अपराध है.

डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया है कि अब सैंपल देने वाले प्रत्येक व्यक्ति का पहचान पत्र देखकर मिलान किया जाए. साथ ही नोट कराए गए मोबाइल नंबर को तुरंत डायल कर सत्यापित कर लिया जाए. जांच के बाद अगर कोई अपने घर पर नहीं मिल रहा है या खुद को महानगर में होने की बात कह रहा है तो ऐसे संदिग्ध व्यक्ति का नाम और पूर्ण विवरण समाचार पत्रों व सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित प्रसारित करा दिया जाए. निगरानी समिति के संज्ञान में लाने के बाद उसका मोबाइल लोकेशन भी पता किया जाए. उन्होंने चेतावनी दी है कि इन दोनों स्थितियों में गलत सूचना देने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर विधिक कार्रवाई होगी.

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