बांसडीह तहसील के किसानों एवं युवाओं ने कटान से गांव को बचाने के लिए किया घेराव एवं प्रदर्शन

बांसडीह तहसील के किसानों एवं युवाओं ने कटान से गांव को बचाने के लिए किया घेराव एवं प्रदर्शन

बांसडीह, बलिया. घाघरा नदी की बाढ़ एवं कटान से प्रभावित बांसडीह तहसील के गांवों को बचाने की मांग को लेकर मंगलवार को किसानों व युवाओं ने तहसील का घेराव करते हुए प्रर्दशन किया. युवा नेता प्रवीण सिंह विक्की के नेतृत्व में लोगों ने सीएम को सम्बोधित पांच सूत्रीय मांग पत्र एसडीएम बांसडीह राजेश गुप्ता को देकर गांवों को ठोकर बनाकर बचाने की मांग किया.

तहसील क्षेत्र के रेंगहा, रामपुरनम्बरी, चांदपुर, चितविसांव कंला,भोज छपरा,खादीपुर भोजपुरवा आदि गांवों के लोगों ने बताया की हमारे सैकड़ों एकड़ खेती की जमीन नदी में विलीन हो गई है. कई वर्षों से कोई भी जनप्रतिनिधि के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी उनकी सुनवाई नहीं कर रहें हैं.

यदि समय रहते ठोकर बनाकर घाघरा नदी का कटान नहीं रोका गया तो गांवों का अस्तित्व भी समाप्त हो जायेगा. उन्होंने नदी में विलीन खेतों व फसलों का मुआवजा देने, बाढ़ चौकियों को सही करने तथा सुरक्षा किट देने की मांग किया. एसडीएम बांसडीह राजेश गुप्ता से किसानों ने कहा कि यदि कटान पीड़ितो की मांगे नही मानी गई तो आने वाले समय में आंदोलन व आमरण अनशन करेंगे.

एसडीएम ने आश्वासन दिया की पत्रक के माध्यम से समस्याओं को समाधान कराने का प्रयास करेंगे. इस मौके पर प्रवीण सिंह विक्की, अभिजीत तिवारी सत्यम, बबुआ सिंह ,वीरेंद्र दूधिया , संजीव सिंह बुचानी, आशुतोष ओझा, सिंटू यादव, हिमांशु सिंह, अनुराग पटेल, राकेश यादव, मन्नू कुमार, विवेक कुमार, प्रीतम सिंह, मोहित चौधरी, लालू यादव, रजत पांडेय आदि थे.

बांसडीह से रवि शंकर पांडे की रिपोर्ट
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