

सुखपुरा(बलिया)। खुले मे शौच न करे यह रोज स्लोगन प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के मुंह से सुनते है. लोग खुले मे शौच न जाए इसके लिए सरकार पानी की तरह पैसा बहा रही है. लेकिन सुखपुरा के अस्पताल कर्मी मजबूर है कि मरीज को खुले मे शौच करने के लिए भेजे. कस्बा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मे न तो शौचालय है, न ही विद्युत, न ही पानी की समुचित व्यवस्था ही है. इस वजह से वहा तैनात कर्मचारी व इलाज कराने आने वाले मरीज परेशान रहते है. इस सब के अभाव के वजह से एक बार जो मरीज आ जाए तो दुबारा नही आना चाहता. सुखपुरा का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र दर्जनों गावों के बीच अकेला स्वास्थ्य केन्द्र है. जो आज मूलभुत सुविधा के अभाव से खुद विमार है. उत्तर प्रदेश सरकार के तेजतर्रार मुख्यमंत्री माने जा रहे योगी आदित्य नाथ से जनता को काफी उम्मीद है. लेकिन जनपद के स्वास्थ्य विभाग के आलाअधिकारी मुख्यमंत्री के काम मे बाधा डालने का काम कर रहे है. सुखपुरा का अस्पताल कभी 24 घण्टे चिकित्सकीय सुविधा देता था। लेकिन वर्तमान मे यहा बिजली ,पानी व शौचालय का अभाव है. इस चिलचिलाती धूप मे अगर कोई मरीज आए तो यहाँ का हालत देखकर और गम्भीर बीमार पड़ जाएगा. इसकी शिकायत कई बार लोगो ने उच्चाधिकारीयो से किया लेकिन इसपर कोई असर नही पड़ा.
