आंदोलन में ही गुजर गया रोजगार सेवकों का दशहरा

बैरिया (बलिया)। ब्लाक मुख्यालय पर बृहस्पतिवार को 13वें दिन भी रोजगार सेवकों का आन्दोलन जारी रहा. उनके समर्थन में जिले भर के रोजगार सेवक संगठन के पदाधिकारी बैरिया पहुंच कर उनके साथ धरने पर बैठे. यहां के रोजगार सेवकों का मानदेय विगत 18 माह से लम्बित पड़ा है. इसकी मांग को लेकर 13 दिन से रोजगार सेवक ब्लाक के कार्यालय पर ताला बन्द कर दरी बिछाकर धरना पर सुबह से शाम तक बैठते हैं.

पहले उनके मानदेय के लिए आए धन में से आठ लाख रुपये की घपलेबाजी का आरोप एकाउन्टेन्ट से लगायत जिम्मेदार अधिकारियों पर लगा चुके हैं. गुरुवार को आन्दोलित रोजगार सेवकों का आरोप था कि यहां घपलेबाजी के अजीब अजीब खेल हैं. नियम से अलग हटकर यहां आंगनबाड़ी सेन्टर बनाने का सवा चार लाख रुपये मनरेगा खाते में मंगाया गया है. आन्दोलित रोजगार सेवकों की मांग है कि पहले उनके मानदेय का भुगतान किया जाय. मानदेय भुगतान में जिसकी गलती से विलम्ब हुआ है, उसका तत्काल यहां से स्थानान्तरण किया जाय. इसके बाद ही वह अपना आन्दोलन स्थगित करेंगे. अगर ऐसा नहीं होता है तो वे क्रमिक व बेमियादी अनशन के लिए बाध्य होंगे. इसकी सारी जिम्मेदारी उन्हीं लोगों की होगी, जिनकी वजह से धन आने के बावजूद भी उनका मानदेय नहीं दिया गया. इस अवसर पर रोजगार सेवक संघ के जिलाध्यक्ष जमाल अख्तर, उपाध्यक्ष मदन यादव, मुरलीछपरा अध्यक्ष सोनू सिंह, बेलहरी निगमेन्द्र पाण्डेय, चिलकहर जितेन्द्र राम, बैरिया अमित सिंह, जयशंकर प्रजापति, लालजी यादव, मुहम्मद बसीर यादव आदि दर्जनों रोजगार सेवक रहे. 13 दिन से आन्दोलित व ब्लाक पर लगातार तालाबन्दी कर रहे रोजगार सेवकों से वार्ता करने कोई अधिकारी आज तक नहीं पहुंचा है.

This post is sponsored by ‘Mem-Saab & Zindagi LIVE’