डीएम की नजर अब परिषदीय विद्यालयों पर, लापरवाह शिक्षकों की खैर नहीं

बैरिया(बलिया)। जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने मुरलीछपरा ब्लॉक के भगवानपुर में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया. दोनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापक अनुपस्थित मिले. साथ ही विद्यालय में अन्य कई कमियां मिलीं. इस पर नाराज जिलाधिकारी ने दोनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को निलंबित करने का आदेश बीएसए को दिया. जिलाधिकारी ने अध्यापकों को कर्तव्य निर्वहन का पाठ पढ़ाया.

जुलाई में परिषदीय विद्यालय खुलने के बाद जिलाधिकारी का विशेष जोर है कि विद्यालयों में अध्यापकों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाए. साथ ही पठन-पाठन की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जाए. इसी का जायजा लेने के लिए मुरली छपरा विकासखंड के भगवानपुर मिडिल स्कूल पर अचानक जा धमके. वहां साफ सफाई पठन-पाठन की गुणवत्ता आदि की जांच की. दोनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापक बिना किसी सूचना के अनुपस्थित थे. इस पर उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक सरफराज अहमद व प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक पवन कुमार पासवान को निलंबित करने का फरमान सुना दिया. मिडिल स्कूल में मौजूद दोनों अध्यापक भी डीएम के सवालों का सही-सटीक उत्तर नहीं दे पा रहे थे. इस पर कहा कि जीवन भर पढ़ना-पढ़ाना है. ऐसे में अध्यापकों की ये स्थिति अत्यंत आपत्तिजनक है. छात्रों की उपस्थिति भी काफी कम होने पर सवाल किया. कुल 73 बच्चों के मुकाबले 22 छात्र छात्राएं ही उपस्थिति थीं. क्लासरूम में टीएलएम (टीचिंग लर्निंग मैटेरियल) नहीं लगे होने पर भी नाराजगी जताई.
बीएसए संतोष राय को ये सभी कमियां दूर कराने का निर्देश दिया. जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि खाली पड़े विद्यालय परिसर में प्रत्येक बच्चे बच्चों के नाम एक पौधे लगाए जाएं. बच्चों को बताया जाए कि यह पौधा आपका है. निश्चित रूप से उन पौधों को बचाने के लिए सभी अपना योगदान देंगे. ऐसी पहल करें तो निश्चित ही यह परिसर हरा भरा हो सकता है. प्राथमिक विद्यालय में बिजली व्यवस्था होते हुए भी पंखे नहीं लगे होने पर बीएसए को तत्काल पंखा लगवाने को कहा.

अध्यापकों का लिया टेस्ट

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उच्च प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने वहां के गणित विज्ञान के दोनों अध्यापकों का टेस्ट ले लिया. अध्यापक अनंत पटेल को रेखागणित का एक प्रश्न हल करने को कहा, जबकि अरुण यादव को बीजगणित का प्रश्न दिया. वैसे तो दोनों अध्यापकों ने प्रश्न हल कर लिए लेकिन हल करने के मेथड आदि के बारे में पूछा तो उसे स्पष्ट नहीं बता पाए. कुल मिलाकर डीएम के इस टेस्ट में दोनों अध्यापक पूरी तरह पास नहीं हो पाए. इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई और पठन पाठन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के निर्देश दिए.

एक कुशल अध्यापक के रूप में दिखीं एसपी

निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक श्रीपर्णा गांगुली एक कुशल अध्यापक के रूप में दिखीं. उन्होंने प्राथमिक विद्यालय में क्लास चार के बालक-बालिकाओं को गणित विषय में स्थानीय मान निकालने के तरीके बताए. इसके अलावा सामान्य ज्ञान की कुछ जरूरी बातें बच्चों से साझा कीं. गणित के अलावा सामान्य ज्ञान के भी कुछ सवाल पूछे, जिसका सही उत्तर बच्चों ने दिया. इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चे एकदम ठीक हैं. सिर्फ अध्यापकों को मनोयोग से पढ़ाने की जरूरत है. जिन बच्चों को बैग नहीं मिल पाया था, उनको अपने हाथों से बैग देकर उत्साहवर्धन किया.

फॉर्मल ड्रेस में स्कूल आएं अध्यापक

निरीक्षण के दौरान उच्च प्राथमिक विद्यालय भगवानपुर पर दोनों अध्यापकों को जीन्स पहनकर स्कूल आने पर नाराजगी जताते हुए कड़ी फटकार लगाई. कहा कि आगे से फॉर्मल ड्रेस में स्कूल आएं. देखने मे भी अध्यापक की तरह लगने चाहिए. बेसिक शिक्षा अधिकारी सन्तोष राय को इस पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया.

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