पशु रक्षा में भाला के शिकार हो गए थे डिगंबर बाबा
परतीभूमि पर किसी प्रकार का सरकारी निर्माण व आवंटन के विरोध में ग्राम वासियों ने दिया धरना
बिल्थरारोड (बलिया). स्थानीय तहसील के सीयर-पशुहारी राजमार्ग पर बाबा डिगम्बर नाथ (डम्बर बाबा) की परती की भूमि पर किसी प्रकार की सरकारी निर्माण व भूमि आवंटन करने के विरोधी में यहां तहसील परिसर में शुक्रवार को धार्मिक मान्यताओं को लेकर क्षेत्र के ग्रामवासियों ने ज्ञान प्रकाश मिश्र के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया.
मंच से घोषणा की गयी कि परती परिसर के बीच संघर्ष को लेकर घ्वजा स्थापन का कार्य शनिवार को 11 बजे दिन में किया जायेगा.
आन्दोलन के संयोजक ज्ञान प्रकाश मिश्र ने बताया कि मुगल शासन काल से यह भूमि डिगम्बर नाथ बाबा की परती की मान्यता के रुप में चली आ रही है. बाबा डिगम्बरनाथ ने पशु रक्षा में भाला के शिकार हो गये थे. इस परती की भूमि वही है जो उनके जख्मों से गिरे खून का हिस्सा आज भी परती के रुप में स्थापित चली आ रही है.
गोवंश की रक्षा में यदि बाबा ने अपने प्राणों की आहूति दी है, तो हम ग्रामवासी किसी हाल में परती परिसर में कोई निर्माण नही होने दिया जायेगा। कहा कि यह हमारी धार्मिक मान्यता से जुड़े स्तित्व का सवाल खड़ा हो गया है. जहां प्रत्येक वर्ष इस परती परिसर में मेला लगने के साथ विधि विधान से श्रावण मास के शुक्ल पक्ष में पूजा पाठ, हवन, आरती आदि का कार्यक्रम सम्पन्न होता है। गोवंशों के लिए भूसा भी आम लोगों द्वारा चढ़ाया जाता है.
प्रतिदिन आज भी किसी के पशु इस परिसर में अपनी भोजन की तलास में विचरण करते दिखाई देते हैं। उन्होने यह भी स्पष्ट करते हुए कहा कि जिस किसी ने इस परिसर में कब्जा करने का प्रयास किया बाबा के प्रकोप का शिकार हुआ, और निश्चित रुप से तन, मन व धन से नुकसान उठाने का काम किया। उन्होने इसके अनेक घटित घटनाओं का जिक्र भी किया.
राजस्व अभिलेख की माने तो 1.416 हेक्टेयर भूमि 132 केबीए विद्युत स्टेशन के लिए भूमि खतौनी में कमिश्नर के आदेश से दर्ज हो चुकी है. इसके दर्ज होते ही लोगो में विरोध की ज्वाला धधक चुकी है। इतना ही नहीं ग्राम न्यायालय के लिए जमीन सिसैण्ड मौजे में में 4 हेक्टेयर भूमि दर्ज होना प्रस्तावित है। गंगऊ पुर मौजे में .251 हेक्टेयर भूमि देवस्थान के नाम पहले से दर्ज है
धरना स्थल पर जिलाधिकारी बलिया के नाम एसडीएम अनवर राशिद फारुकी को इसके विरोध में एक ज्ञापन सौंपा गया
जिसमें परती की भूमि को मुक्त कर चारागाह दर्ज करने की मांग की गयी है। एसडीएम फारुकी ने ज्ञापन को उचित कार्यवाही हेतु डीएम को भेजने का भरोसा दिया.
इस मौके पर शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनन्द स्वरुप महाराज, सत्यप्रकाश उपाध्याय एडवोकेट, ग्राम प्रधान अवनीश कुमार मिश्र, डा0 बेचन यादव, सत्यप्रकाश यादव उर्फ बीरेन्द्र यादव, गंगेश कुमार मिश्र एडवोकेट, रग्घू बाबा, करुणेश सिंह, कमलेश दूबे, कृष्ण कुमार मिश्र, प्रेम कुमार उपाध्याय, जयप्रकाश उपाध्याय, आदित्य कुमार दूबे, श्रवण कुमार प्रजापति, संतोष कुमार मिश्र, बैजनाथ दूबे सहित दर्जनों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे.