

गांव में पुलिस बल चौकन्ना
नगरा (बलिया)। होली के दिन देवढ़िया गांव मे रंग डालने के विवाद को लेकर हुई मारपीट की घटना मे मृत युवक रमन कुमार सिंह का शव शनिवार की रात वाराणसी से यहां पहुंचते ही एक बार पुनः गांव मे तनाव बढ गया है. हालांकि शव आने की सूचना पर पहले से ही पुलिस सतर्क थी. युवक का अंतिम संस्कार रात में ही तुर्तीपार घाट पर कर दिया गया. तनाव को देखते हुए गांव मे पुलिस बल तैनात है.
सभी चारो आरोपी फरार चल रहे हैं. पुलिस संभावित स्थानो पर धर पकड हेतु छापेमारी कर रही है. युवक की मौत की खबर के बाद से ही गांव मे मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. मारपीट की इस घटना मे जान गंवा चुके रमन कुमार सिंह चार भाइयो मे तीसरे नंबर पर थे. बड़े भाई राजेश सिंह, दूसरे नंबर के राकेश सिंह व सबसे छोटे रजत कुमार सिंह का रो रो कर बुरा हाल है.

मां निरंजना देवी व पिता गोविंदर सिंह की हालत पागलों जैसी हो चुकी है. बडा भाई लखनऊ मे किसी प्राइवेट अस्पताल मे नौकरी करता है. विवादो को लेकर पहले से ही चर्चित देवढिया गांव का यह छोटा सा पुरवा जिसमे क्षत्रिय व यादव बिरादरी के लोग रहते है. जिसमे यादव की संख्या अधिक है. दोनो पक्षो में विवाद की शुरुआत तो प्रधानी के चुनाव मे ही हो गई थी. होली के दिन रंग को लेकर उपजा विवाद एक बहाना था. देखते ही देखते दोनो पक्ष आमने सामने हो गए. एक पक्ष द्वारा रमन कुमार सिंह को मारपीट कर अधमरा कर दिया था. वाराणसी के एक नीजी अस्पताल मे उपचार के दौरान शुक्रवार की रात मौत हो गई.