मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में जिलाधिकारी पर लगाये भ्रष्टाचार के अनेक आरोप
बलिया। योगी सरकार में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. सरकार के रवैया के खिलाफ विपक्ष तो हल्ला बोल ही रहा है, भाजपा के विधायक भी इसमें पीछे नहीं हैं. कभी बैरिया भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में आते रहे, तो अब नगर भाजपा विधायक आनन्द स्वरूप शुक्ल एक्शन मोड मे आ गए हैं.
रविवार को बलिया नगर भाजपा विधायक आनंद स्वरूप शुक्ल ने जिलाधिकारी पर भ्रष्टाचार के अनेक आरोप लगाये. अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस करके उन्होंने जिलाधिकारी सुरेन्द्र विक्रम के खिलाफ मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन की प्रतियां उपलब्ध करायी.
नगर विधायक आनंद स्वरूप शुक्ल ने आरोप लगाया है कि 14वें वित्त आयोग से ग्राम पंचायतों को मिलने वाले धन के सापेक्ष जिलाधिकारी ने दो-दो हजार रूपये तथा राज्य वित्त से ग्राम पंचायतों को मिलने वाले धन के सापेक्ष एक-एक हजार रूपये की वसूली कराई है. विकास खण्ड दुबहड़ के ग्राम सभा माधोपुर, मौजा गोविंदपुर के मामले में समाधान दिवस पर शिकायत आने के बाद जिलाधिकारी ने संरक्षण देकर ग्राम सभा की जमीन पर ग्राम प्रधान का अवैध कब्जा करा दिया.
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में जिलाधिकारी पर भ्रष्टाचार की शिकायतों को गंभीर बताते हुए लिखा है कि समाज के विभिन्न वर्गो से प्रतिदिन जिलाधिकारी के भ्रष्टाचार की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं. पीड़ित लोग सरकार की मंशा पर सवाल उठाने लगे है.
विधायक ने लिखा है कि प्रदेश सरकार की पारदर्शी आबकारी नीति को धता बताते हुए शराब माफियाओं से सांठगांठ कर उनके सिंडिकेट के लोगों का हैसियत प्रमाण-पत्र जारी किया गया, किंतु जनपद बलिया के हजारों लोगों को हैसियत प्रमाण पत्र जारी करने से वंचित किया गया. जिससे शासन की पारदर्शी आबकारी नीति को धक्का लगाने के साथ-साथ राजस्व की भी भारी क्षति हुई. स्वास्थ्य विभाग, कार्यदायी संस्थाओं में भ्रष्टाचार पाये जाने पर भी कोई कार्यवाई न होना, खनन, विद्युत विभाग, शिक्षा विभाग, सार्वजनिक वितरण प्रणाली आदि विभागों में विभिन्न तरह से धन उगाही के मामले संज्ञान में आ रहे हैं. जिसके चलते विभागवार अधिकारी व कर्मचारी आम जनता को शोषण करने में लगे हुए है.