


बलिया। ऋषि परम्परा के संवाहक रहे संत चिरैया बाबा की इस तपोभूमि को मैं प्रणाम करने आया हूं. उन्होंने समाज में समरसता लाने, भेदभाव मिटाने, लोगों को शिक्षित करने, महिलाओं को अधिकार दिलाने के लिए आजीवन संघर्ष करते रहे. जनाड़ी गांव के बाल ब्रह्मचारी चिरैया बाबा 10 किमी पैदल चलकर प्रतिदिन मां गंगा का दर्शन किया करते थे. बुढ़ापा घेरने के बावजूद इस संकल्प का बाबा ने आजीवन पालन किया. उन्होंने भुइली के अलावे टघरौली के अमरूदानी में आश्रम बनाकर लोगों को योग की शिक्षा दी.

बलिया लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी वीरेन्द्र सिंह मस्त ने उक्त उद्गार नगर विधानसभा क्षेत्र के सुदूर के गांव भुइली में स्थित चिरैया बाबा की मठिया पर बुधवार को जनसभा के दौरान व्यक्त किया. कहा कि क्षेत्रीय जनता को चिरैया बाबा के आदर्शो से प्रेरणा लेकर नये भारत के निर्माण में सहयोग करना चाहिए. भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस संत परम्परा का निर्वाह करते हुए नये भारत के निर्माण में लगे हुए है. मस्त ने रोहुआ, शीतल दवनी, चंद्रपुरा, रघुनाथपुर, दिउली, बघौली, डुमरी, शंकरपुर, परसपुर के जनता को सम्बोधित करते हुए कहा कि विधायक आनंद स्वरूप शुक्ल के प्रयासो से कई जनकल्याणकारी योजनायें संचालित हैं. विधायक आनन्द स्वरूप शुक्ल ने कहा कि जनपद का सौभाग्य है कि राष्ट्रीय स्तर के नेता वीरेन्द्र सिंह मस्त बलिया से प्रत्याशी बनाया है.
इस मौके पर भुइली के ग्राम प्रधान पप्पू मिश्र, राहुल मिश्र, विनोद पाण्डेय, खड़क बहादुर तिवारी, चंद्रप्रकाश पाठक, प्रेमप्रकाश सिंह पिंटू, जयराम सिंह, घनश्याम पाण्डेय, वशिष्ठदत्त पाण्डेय, राजीव मोहन चौधरी, अनूप वर्मा, अजीत कुमार वर्मा, मोहन सिंह, विनय सिंह, देवेन्द्र यादव आदि मौजूद रहे. अध्यक्षता मठिया के पुजारी पागल दास ने किया. विधायक आनंद स्वरूप शुक्ल ने सबके प्रति आभार व्यक्त किया.