नगरा, बलिया. जनसेवा केंद्रों की मनमानी से आजकल नगरा के छात्र काफी परेशान हैं. बाजार में संचालित कुछ जनसेवा केंद्रों पर आधार कार्ड सुधारने के लिए विद्यालय की टीसी की मांग की जा रही है. दरअसल शिक्षण संस्थाएं टीसी तभी जारी करतीं हैं जब छात्र परीक्षा उत्तीर्ण कर संस्थान छोड़ता है. जब टीसी कटती है तो छात्र उसे उपरी कक्षा में प्रवेश के समय नए शिक्षण संस्थान में जमा कर देते हैं.
इस समय न तो कोई परीक्षा ही हुई है न ही टीसी जारी हुई, ऐसे में जनसेवा केंद्रों की मनमानी से छात्रों को आधार कार्ड सुधरवाने में नाकों चने चबाने पड रहें हैं. इसके विपरीत उप डाकघर में अंक पत्र या जन्म प्रमाण पत्र पर ही आधार कार्ड सुधारने की प्रक्रिया चल रही है.
इस बारे में उप डाकपाल योगेंद्र प्रसाद का कहना है कि आधारकार्ड में जन्मतिथि सुधरवाने के लिए शिक्षण संस्थान द्वारा जारी अंक पत्र व जन्म प्रमाण पत्र ही पर्याप्त है. जनसेवा केंद्र के संचालकों द्वारा टीसी मांगना समझ से परे है.
नगरा
अंक पत्र पर भी जन्मतिथि प्रधानाचार्य के हस्ताक्षर से प्रमाणित होती है लेकिन जन सेवा केंद्र इसे नहीं मान रहे. डाकघर में भीड़ काफी लग रही है इसीलिए लोगों का रुख जनसेवा केंद्रों की तरफ हो रहा है लेकिन वहां उन्हें संचालकों की इस अजब मांग से काफी परेशानी हो रही है. यही नही यह भी शिकायत है कि संचालक पचास रुपए की जगह सौ रुपए वसूल रहे हैं.
(नगरा से संतोष द्विवेदी की रिपोर्ट)