भृगु मंदिर में स्थित हनुमानजी का पूजा करेगा बारी समाज

दुबहर , बलिया. बारी समाज द्वारा भृगु मंदिर में स्थापित महावीर मंदिर के वार्षिक पूजन उत्सव का कार्यक्रम 2 अगस्त मंगलवार को पूरे विधि विधान के साथ संपन्न होगा.   इस संबंध में जानकारी …

रेवती: नौ दिवसीय श्री श्री रुद्र महायज्ञ का समापन

यज्ञाधीश राजीव रंजन जी महाराज ने कहा कि यज्ञ से वायुमंडलीय वातावरण शुद्ध होता है तथा यज्ञ से देवता प्रसन्न होते हैं. कहा कि कलिकाल में भगवन नाम संकीर्तन मात्र से परमगति की प्राप्ति संभव हैै.

श्रावण मास के पहले सोमवार को क्षेत्र के विभिन्न शिवालयों में रही भारी भीड़

श्रावण मास के पहली सोमवारी को क्षेत्र के विभिन्न शिवालयों में भारी भीड़ रही. क्षेत्र के बांसडीह कचहरी स्थित बाबा गरीबा नाथ महादेव मंदिर, बड़ी बाजार स्थित बाबा भूटेश्वर नाथ महादेव मंदिर ,बांसडीह पश्चिम टोला शिवरात्रि पोखरे पर स्थित बाबा रघुबेश्वर नाथ महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं …

सुरहताल के किनारे स्थित है बाबा अवनीनाथ महादेव का प्राचीन मंदिर

बलिया – बांसडीह मार्ग स्थित बड़सरी गांव से करीब एक किमी पश्चिम सुरहताल के किनारे बाबा अवनीनाथ महादेव मंदिर प्राचीन काल से स्थापित है. जहां पहुंचने पर पर्यावरण से सुसज्जित स्थल पर एक अलग अनुभूति तो होती है. बुजुर्गों के अनुसार उक्त मंदिर की ऐसी महत्ता है कि जो अवनी नाथ महादेव मंदिर में जाकर अपनी विनती सुनाता है उसकी मन्नत पूर्ण हो जाती है.

प्रकृति के सभी जीव-जंतु पर्यावरण संतुलन के लिए- जीयर स्वामी

भोजन अल्पाहार होना चाहिए जितने से शरीर की रक्षा हो सके. अग्राह्य भोजन से शरीर रोगयुक्त होता है. मांसाहार मनुष्य के लिए उचित नहीं. इसके पक्ष में मांसाहारी जीवों की भोजनालय वृत्ति का उदाहरण नहीं देना चाहिए.

बाबा सैदनाथ: ऐसा पौराणिक शिव मंदिर जहां शिवलिंग का स्थान बदलने की कोशिश करने पर बहने लगी खून की धारा, यहां दर्शनों से पूरी होती है मनोकामना

ग्रामीणों के मुताबिक बांसडीह के राजा रहे शुभ नारायण पांडे जंगल में स्थित किसी चीज की खुदाई करा रहे थे कि इसी बीच उनको खम्भे के आकार का एक शिवलिंग दिखाई दिया. शुभ नारायण पांडे इस शिवलिंग को बांसडीह नगर में लाकर स्थापित करना चाहते थे. लेकिन खुदाई के बाद भी शिवलिंग जमीन से बाहर नहीं आ सका और वहां खून की धारा बहने लगी.