- एसडीएम के निर्देश पर ग्राम सचिव सूर्य प्रकाश यादव की तहरीर पर केस दर्ज किया पुलिस ने
रसड़ा : विकास खण्ड के सरायभारती गांव में कूट रचित कर एक करोड़ से अधिक धनराशि का गबन करने के आरोप में प्रधान और प्रधानपति पूर्व ग्राम पंचायत अधिकारी समेत सात लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर आवश्यक कार्रवाई में जुट गयी. इससे प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारियों में हड़कम्प मच गया.
उपजिलाधिकारी के निर्देश पर ग्राम सचिव सूर्य प्रकाश यादव की तहरीर पर पुलिस ने ग्राम प्रधान गीता सिंह, रामरज सिंह, रोजगार सेवक लालसा देवी, उनके पति हरेन्द्र, तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी अरविन्द यति अवधेश शर्मा और बाबा इट उद्योग पर फर्जी दस्तावेज बनाकर वर्ष 2016 – 17 से ही 2019 से 2020 तक एक करोड़ 8 लाख 40 हजार 760 रुपये के गबन पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया.
गांव के अरविन्द यादव, भोला यादव, जग बहादुर यादव, वैकुंठ तिवारी, नसीम अहमद, संजय खरवार, रामअवध यादव ने शिकायत पत्र में गांव में सरकारी धन की बंदरबाट का आरोप लगाया था.
मंडलायुक्त और जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम विपिन कुमार जैन ने 29 जनवरी को गांव सभा द्वारा कराये गये कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया था.
निरीक्षण में अनेक कार्यो में भारी अनियमितता पायी गयी. निरीक्षण टीम में बीडीओ प्रभात कुमार सिंह, एडीओ पंचायत ज्ञान प्रकाश यादव, एडीओ कॉपरेटिव विजेंदर यादव, एडीओ एजी रमाशंकर यादव भी शामिल थे.
अधिकांश काम तो धरातल पर ही नहीं दिखे. शौचालय, आवास नाली खडंजा आदि में भी अनियमितता मिली. यहां तक कि विगत दो वर्षों का प्रिया साफ्ट में विकास कार्यो का कार्य भी दर्ज नहीं था.