


CBSE बोर्ड की इस साल की 12वीं की परीक्षा भी सरकार ने रद्द कर दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया. इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पूर्व एचआरडी मंत्री स्मृति ईरानी के अलावा पीएमओ और शिक्षा मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य से समझौता नहीं किया जा सकता है और छात्रों पर परीक्षा का दबाव नहीं डाला जा सकता. पीएम ने कहा कि कोरोना की वजह से उपजे अनिश्चितता के माहौल में सभी पक्षों से सलाह मशविरे के बाद यह फैसला किया गया है कि इस साल सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा नहीं आयोजित की जाएगी. सीबीएसई 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट तैयार करने के लिए समयबद्ध और परिभाषित उद्देश्य को ध्यान में रखते रखते हुए आवश्यक कदम उठाएगा. पिछले वर्ष की तरह इस बार भी कुछ छात्र परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं तो ऐसे में उन छात्रों को ये मौका स्थितियां सामान्य होने के बाद दिया जाएगा.
कोरोना महामारी में 12वीं की परीक्षा रद्द की जाए या नहीं इस बात पर लगातार चर्चा चल रही थी क्योंकि इसका सीधा असर मेडिकल और इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षाओं और अन्य कोर्सेज में दाखिले पर पड़ेगा. इन परीक्षाओं को पहले ही स्थगित किया जा चुका था. अब सरकार का 12वीं की परीक्षा पर बड़ा फैसला आ गया है. सीबीएसई कक्षा 12वीं की परीक्षा 2021 के लिए लगभग 14.5 लाख छात्र पंजीकृत हैं.

इससे पहले केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और शिक्षा मंत्रियों के साथ 25 मई को बैठक करके इस बारे में उनके विचार जाने थे. अंतिम फैसला आज यानी 1 जून को होना तय हुआ था लेकिन केंद्रीय मंत्री निशंक को इस बैठक से कुछ घंटे पहले कोरोना के बाद की परेशानियों की वजह से एम्स में भर्ती होना पड़ा.