
बलिया/बरेली. प्यार कोई सीमा नहीं मानता और उसे ना ही जाति और धर्म की परवाह होती है। ऐसा ही हुआ बिहार के औरंगाबाद की शमा और बलिया के शिवम के साथ जिन्होंने धर्म, जाति के सारे बंधन तोड़ कर हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली है।
शादी से पहले शमा ने इस्लाम छोड़ कर हिंदू धर्म अपनाया और अपना नाम बदल कर पूनम वर्मा रख लिया। इसके बाद हिंदू-रीति-रिवाजों से उसकी बरेली के एक आश्रम में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शादी कराई गई।
शमा परवीन बिहार के औरंगाबाद की रहनेवाली है और उसकी बलिया के शिवम वर्मा से मुलाकात एक शादी समारोह में हुई थी। यहीं पर उनके बीच फोन नंबर की अदला-बदली हुई थी और इसके बाद बातचीत शुरू हो गई। मुलाकात का सिलसिला चल पड़ा। दोस्ती मोहब्बत में बदली और फिर दोनों ने शादी का फैसला ले लिया।
शादी में अलग-अलग धर्म का होना और परिजनों का विरोध आड़े आ रहा था तो शमा ने घर छोड़ दिया। इसी दौरान उन्हें किसी ने बताया कि बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम के महंत पंडित केके शंखधार उनकी शादी करा सकते हैं तो दोनों बरेली पहुंच गए। अगस्त्य मुनि आश्रम में उन्होंने पंडित केके शंखधार से शादी कराने का निवेदन किया।
This Post is Sponsored By Memsaab & Zindagi LIVE
पंडित के के शंखधार ने दोनों के कागजातों का सत्यापन कराया। कागजात सही होने पर उन्होंने विवाह के लिए हामी भरी और पिछले सप्ताह शुभ मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ दोनों का विवाह करा दिया।
बताते चलें कि दुल्हन शमा परवीन उर्फ पूनम देवी हाईस्कूल तक पढ़ी है तो दूल्हा शिवम वर्मा 8वीं पास हैं और अपना व्यवसाय करता है। शमा और शिवम की शादी आजकल खूब चर्चा में बनी हुई है।