बैरिया,बलिया. यास चक्रवात के चलते हुई बरसात में जयप्रभा सेतु के दक्षिणी मुहाने पर के ध्वस्त एप्रोच मार्ग की मरम्मत के लिए शनिवार की सुबह से ही एनएचएआई द्वारा काम शुरू करा दिया गया। यूपी एनएचएआई के इंजीनियरों की देखरेख में क्रेन जेसीबी लोडर व डंपर के सहारे टूटी सड़क को मिट्टी व कंकड़ आदि डालकर समतल किया जा रहा है।
मरम्मत के काम में लगे अधिकारियों ने बताया कि यदि मौसम ने साथ दिया तो आज शाम तक आवागमन पूर्ववत बहाल कर दिया जाएगा। लगभग 30 घण्टों से जयप्रभा सेतु होकर भारी वाहनों का आवागमन ठप कर दिए जाने से छपरा शहर से लेकर बलिया के बैरिया तक सैकड़ों ट्रक आदि फंसे पड़े हैं।
सामान लादकर खड़े ट्रक संचालक मरम्मती करण कार्य पर टकटकी लगाए हुए हैं। कई ट्रक संचालकों ने बताया कि ट्रक पर लदा कच्चा माल खराब होने का खतरा है। तो दूसरी तरफ कइयों का कहना था कि परमिट व पासिंग की समस्या से उन्हें दो चार होना पड़ेगा। सड़क मरम्मती कार्य के बावजूद छोटे वाहनों को क्रमशः पार कराया जा रहा है। जिससे सब्जी व दूध आदि की सप्लाई पर असर नही पड़ा है।
दुबारा वर्षा होने पर सेतु के ऊपर जमा मिट्टी की वजह से होने वाला जलजमाव मेहनत पर पानी फेर सकता है। मांझी रेल लाइन के निर्माण कार्य हेतु यूपी की तरफ से प्रतिदिन दर्जनों डंपर की सहायता से मिट्टी की ढुलाई की जाती है। मिट्टी ढुलाई के दौरान जयप्रभा सेतु पर गिरकर सड़क किनारे काफी मात्रा में मिट्टी जमा हो गई है। मिट्टी जमा होने के कारण अंडरपास की दर्जनों नली के ऊपर पानी जमा हो जा रहा है। लगातार वर्षा होने के बाद सेतु के ऊपर का पानी धारा प्रवाह के साथ तेज गति से दोनों तरफ एप्रोच मार्ग पर गिरता है। इसी वजह से आए दिन एप्रोच सड़क का किनारा ध्वस्त होकर आवागमन को प्रभावित करता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि बन्द नालों को खोलने के लिए सेतु पर जमा मिट्टी यदि नही हटाई गई तो एप्रोच सड़क का दुबारा क्षतिग्रस्त होना तय है। लोग स्थायी समाधान के लिए दोनों तरफ के एप्रोच सड़क की मजबूत बोल्डर पीचिंग की भी मांग कर रहे हैं।
(बलिया से वीरेंद्र मिश्र की रिपोर्ट)