बलिया। सावन के अंतिम दिन निकलने वाला ऐतिहासिक महावीरी झंडा जुलूस रविवार को बड़े ही धूमधाम से निकाला गया. जुलूस में शामिल लोगों द्वारा लगाऐ जाने वाले जयघोष से पूरा नगर जयश्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा.
हाथी, घोड़ा, ऊंट व कई पारंपरिक नृत्यों के साथ अखाड़े अपने निर्धारित स्थल से निकले. पूरा नगर भक्तिमय दिखा.
शान्ति व्यवस्था को लेकर प्रशासनिक अमला भी पूरी तरह से सतर्क रहा. अखाड़ों के गुजरने वाले मार्ग पर जगह-जगह रोककर हनुमान जी की प्रतिमा का पूजन-अर्चन किया गया. इस दौरान लगभग हर कमेटियों में शौर्य कला का अद्भुत प्रदर्शन व देश भक्ति का अनूठा संगम देखने को मिला.
जुलूस मार्ग के हर मोर्चे पर प्रशासन को चुनौती मिलती रही. पुलिस ने भी काफी धैर्य का परिचय दिया. देर रात को लगभग सभी अखाड़े विशुनीपुर मस्जिद के पास से गुजरते रहे. इस झंडा जुलूस में एक से बढ़कर एक झांकियां शामिल की गई थीं.
वीर हनुमान की प्रतिमा भी काफी आकर्षक तरीके से सजाई गई थी. नगर कमेटी का जुलूस सबसे पहले उठा. हनुमान मंदिर पर पूजा करने के बाद बालेश्वर मंदिर, चंद्रशेखर पार्क होते हुए काली मंदिर के पास पहुंचे. मालगोदाम पर प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में मिड्ढी के अखाड़े का मिलान हुआ.
इस दौरान आगे चलने को लेकर कमेटियों में विवाद हो गया लेकिन प्रशासन के तत्परता से मामले का जल्द ही समाधान कर लिया गया. एक के बाद एक अखाड़े बिशुनीपुर चौराहे पर पहुंचते थे.
इस मौके पर सांसद भरत सिंह, राज्यसभा सांसद नीरज शेखर, विधायक आनंद स्वरूप शुक्ला, नपा चेयरमैन अजय कुमार, पूर्व चेयरमैन लक्ष्मण गुप्ता, महावीर पाठक, वशिष्ठ दत्त दुबे, बसपा नेता अनिल राय सहित पुलिस अधीक्षक श्रीपर्णा गांगुली, अपर जिलाधिकारी मनोज सिंघल, सिटी मजिस्ट्रेट डा. विश्राम, सीओ अरुण कुमार व कोतवाल शशिमौलि पाण्डेय आदि डटे रहे.