खस्ताहाल सिकंदरपुर लालगंज मार्ग – तेरा वादे पर वादा होता गया…

बांसडीह से रविशंकर पांडेय

सिकन्दरपुर से लालगंज तक करोड़ो की लागत से बनी 67 किमी लम्बी सड़क ज्यादा ओवरलोडेड ट्रकों के आवागमन के चलते कई जगह क्षतिग्रस्त हो गई है. सपा सरकार में छात्र शक्ति कंस्ट्रक्शन के बैनर तले लगभग 67 किलोमीटर बनी लम्बी सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है. अभी इस सड़क को बने लगभग ढाई से तीन वर्ष ही हुए हैं जबकि यह लंबी सड़क राज्य सरकार की है.

सिकन्दरपुर, बहदुरा, मनियर, देवरार, नरायनपुर, आदर, बकवा, जितौरा, सहतवार, चौबेछपरा आदि कई जगह यह सड़क गड्ढे में तब्दील है. प्रतिदिन बालू, कोयला आदि से ओवरलोडेड ट्रक धंस रहे हैं. कई बार लोकनिर्माण विभाग के एक्सईएन से कहने पर भी अभी तक सड़क की मरम्मत नहीं हो रही है. जबकि इस सड़क पर बड़े बड़े अधिकारियों का आना जाना है.

गौरतलब हैं कि छह माह से सिकन्दरपुर के पिलुई, गौराबगही मनियर के पास लगभग पचास मीटर लम्बी धंसी सड़क पर छोटे बड़े वाहनों के फंसने से लगातार जाम लग रहा है.

इसी सड़क पर बांसडीह के पास जितौरा पुल के समीप भी कई बार ट्रकें धंसी. धंसी सड़क का मरम्मत कराने के लिए लोगों ने पीडब्लूडी के सहायक अभियंता आरएस पाण्डेय और अनिल कुमार चतुर्वेदी से कई बार गुहार लगायी. लेकिन अधिकारियो द्वारा कोरा आश्वासन दिया गया कि शासन को इस्टीमेट भेजा गया है. भरोसा रखें कार्य जल्द हो जायेगा. इसके बावजूद सडक की मरम्मत नहीं हो रही है. बीते 11 जनवरी को पीडब्लूडी के एक्सईएन एके मणि से मरम्मत की फिर शिकायत की गयी. जिसमें एक्सईएन एके मणि द्वारा यह कह दिया गया कि तीन दिन के अन्दर सड़क की मरम्मत करवा देंगे. लेकिन पीडब्लूडी के एक्सईएन का दिया गया बयान भी हवा हवाई साबित हुआ. और आज तक कोई काम नहीं पाया.

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