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बांसडीह (बलिया) से रविशंकर पांडेय
पिछले 6 अगस्त 2020 को बलेऊर सहतवार के जितेंद्र राजभर की हत्या कुछ निरंकुश हत्यारों के द्वारा की गई थी. इस वारदात गिरफ्तारी भी हुई और कार्रवाई भी. उसके बाद से लगातार सियासी लोग पुछार के लिए आते रहे. लेकिन किसी ने उमरावती देवी पत्नी स्वर्गीय जितेंद्र राजभर की खास कोई मदद नहीं की. परिवार के हालात बिगडते गए. आज भी परिवार भुखमरी के कगार पर है. परिवार में नन्हीं 3 बच्चियां हैं, जिसमें नेमा राजभर (5), शांति (2) और दामिनी मात्र डेढ़ माह की है. अब परिवार का पूरा भार जितेंद्र राजभर के पिता राम जी उर्फ छोटा राजभर तथा भाई 15 वर्षीय धनु राजभर पर है.
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पीड़ित परिवार के बारे में जब खबर आवाज ए हिंद के संस्थापक सुशांत राज भारत को मिली तो उन्होंने आकर अपने साथियों के साथ उनसे मिले. नेमा, शांति और दामिनी को पूरे जीवन भर अपने आर्थिक सहायता से पढ़ाने के लिए गोद ले लिया. उन्होंने अपनी प्रतिज्ञा पत्र में लिखा मैं सुशांत राज भारत संस्थापक सामाजिक संगठन “आवाज ए हिंद” आपको सूचित करना चाहता हूं कि मैं आपकी तीनों बच्चियों के शिक्षा और स्वास्थ्य का खर्चा आजीवन उठाना चाहता हूं. भगवान के द्वारा किए गए अन्याय को मैं बदल तो नहीं सकता, पर हां मेरा एक छोटा सा प्रयास है, आपकी तीनों पुत्रियां आर्थिक तंगी की वजह से शिक्षा से वंचित न रह जाए. बेटिया पढ़ लिख कर आगे बढ़ें और अपने माता-पिता, अपने समाज, अपने देश का नाम रोशन करें. उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि आप मेरे इस निवेदन को स्वीकार करेंगे, और पूरा परिवार ने इस निवेदन को स्वीकार किया. सुशांत राज भारत को ढेर सारा आशीर्वाद भी दिया.
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इस मौके पर मुकेश सोनी, राजकुमार यादव, माइकल राजभर, दिनेश राजभर, अविनाश वर्मा, अभिषेक यादव, आनन्द वर्मा आदि मौजूद थे. अपने जन्मदिन के अवसर पर सुशांत राज भारत ने बच्चों को शिक्षण सामग्री भी उपहार में दिया.