बलिया। आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना देश का सबसे बड़ा झूठ है. इस सम्बंध में एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर व्यक्ति के खाते में 15 लाख रुपया देने का सपना दिखा कर 2014 में वोट में लिया था. उसी तरह आयुष्मान योजना भी बाद में साबित होने वाली है.
कहा कि देश की जनता फिर एक बार अपने आप को ठगा महसूस करेगी और तब बाद में भाजपा के लोग कहेंगे कि यह एक जुमला था. चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लिए न तो सरकार के द्वारा धन की व्यवस्था किया गया है और ना ही कोई ढाँचा स्थापित किया गया है. बग़ैर किसी धरातालीय तैयारी के चुनावी वर्ष में वोट लेने की यह एक क़वायद भर है.
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आयुष्मान भारत के नाम से भी प्रचारित की जा रही है. इस योजना के माध्यम से देश के सरकारी चिकित्सालयों को उद्योगपतियों को सौंपने की एक गहरी साजिश की जा रही है. वर्ष 2011 के जन सर्वे को आधार मान कर वर्ष 2018 में जब नोटबंदी के बाद बड़ी संख्या में लोग बेरोज़गार हो गए हैं और उनके रोज़गार छिन गए हैं, इन सब बातों को अनदेखा करके इस योजना की मात्र घोषणा की गयी है. बाद में इस योजना की भी ज़मीनी हक़ीक़त देखी जाएगी तो लोग अपने को ठगा महसूस करेंगे.
उन्होंने कहा कि 5 करोड़ परिवारों के 50 करोड़ लोगों का वोट बटोरने के राजनीतिक लाभ के उद्देश्य से यह योजना घोषित की गई है. क्योंकि इस योजना का अभी तक कोई विस्तृत विवरण भी नही दिया गया है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि भाजपा वोटों की फ़सल काटने के लिए एक बार फिर झूठ का सहारा लेकर लोगों के स्वास्थ्य के प्रति साज़िश रच रही है. देश की आधी आबादी को सपना दिखाकर सरकारी अस्पतालों को षड्यंत्र के तहत अम्बानी और अडानी को सौंपने के लिए आयुष्मान भारत योजना को लागू किया गया है. सामान्य आदमी चाहे वह ग़रीब अमीर अथवा मध्यम वर्ग का हो उसे, अभी तक सरकारी अस्पताल में इलाज कराने का मौक़ा मिलता रहा है. लेकिन इस योजना के बाद सिर्फ़ आयुष्मान योजना के कार्डधारक ही सरकारी अस्पताल में इलाज करा सकेंगे.
सवाल उठाया कि बाक़ी आम जनता कहाँ जाएगी. मोदी सरकार इस सम्बन्ध में कुछ भी नही बता रही है. चौधरी ने कहा है कि यह योजना भी दो करोड़ युवाओं को नौकरी देने के जुमले की तरह ही जुमला साबित होगी, लेकिन अब जनता जुमला पार्टी के जुमलों के जाल में फंसने वाली नही है.
यही नहीं भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार ने जो वादे देश की जनता से किए, वह अभी तक पूरे नही हुए. प्रदेश में भाजपा की सरकार आने पर हर बच्चे को लैपटप देने का वादा किया था. लेकिन लगभग दो वर्ष इस सरकार के पूरे होने को हैं. अभी तक इस योजना का कोई अता-पता नहीं है. सिर्फ़ हवा-हवाई बातें हो रही हैं.