..और जब नहीं सुना गया तो महिलाएं आ गई ऐक्शन मोड में

न शौचालय बना, न कूड़ा फेंकने के लिए जगह बताई गई और न ही थाना समाधान दिवस पर ही सुना गया, बस फिर क्या था, संगठित होकर दे डाली चेतावनी

सुखपुरा(बलिया)। कस्बा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप महिलाओं के शौच जाने और कूड़ा फेंकने वाले रास्ते को पुलिस की मदद से एक दबंग द्वारा बंद किए जाने पर आक्रोशित दर्जनों महिलाओं ने थाना दिवस पर अपनी फरियाद लेकर थाना सुखपुरा पर गई. लेकिन उनकी फरियाद वहां नहीं सुनी नहीं गई. थाना प्रभारी का कहना है कि समस्या का निदान लेखपाल या एसडीएम ही निकाल सकते हैं. इस पर महिलाओं का कहना है कि जब लेखपाल और एसडीएम इस रास्ते का मालिक है तो फिर थाना पुलिस क्यों रास्ता घेरवाने के फेर में पड़ी है. कहा कि वर्षों से यह रास्ता महिलाओं के इस्तेमाल में आता रहा है. ग्राम पंचायत का यह रास्ता आज पुलिस टीम की मिलीभगत से बंद किया जा रहा है. जिसे हम महिलाएं कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे. आक्रोशित महिलाएं थाना परिसर से वापस आ गयी. लेकिन उन्होंने रास्ता बंद करने की किसी प्रयास का विरोध करने का हौसला भी दिखाया. आज सुबह जब रास्ता बंद करने का प्रयास किया जा रहा था तो महिलाएं खड़ी होकर काम बंद करा दी और सीधे थाना परिसर पर चली गई. महिलाओं का कहना है कि ग्राम पंचायत या जिला प्रशासन यथाशीघ्र यहां प्रत्येक घरों में शौचालय का निर्माण करावे. कूड़ा फेंकने का स्थान सुनिश्चित करें. तभी कोई बात की जा सकती है. महिलाओं का आक्रोश देख काम करने वाले मजदूर रफूचक्कर हो गए. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप किसी ने मकान बनवा रखा है. उसी के मकान से सटे गलियारा है. जो बड़े गड्ढे की तरफ जाता है. जहां महिलाएं अक्सर शौच करने या कूड़ा फेंकने जाती हैं. मधु पटवा, जगेश्वरी, भागीरथिया, शिवकुमारो, उर्मिला, सुनैना, पिंकी, मंजू, सुमन देवी, मीरा देवी, रेनू देवी आदि महिलाओं ने अपनी आपत्ति दर्ज करवाई.

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