जयप्रकाशनगर (बलिया)। कार्तिक मास की नवमी तिथि को अक्षय नवमी कहते हैं. मान्यताओं के अनुसार कार्तिक मास की नवमी तिथि को आंवला नवमी कहते हैं. माना जाता है कि कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी से लेकर पूर्णिमा तक भगवान विष्णु आवंले के पेड़ पर ही निवास करते हैं. मंगलवार यानि आज अक्षय नवमी है और प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी जयप्रकाशनगर के जेपी ट्रस्ट पर आंवले के वृक्ष के नीचे रात्रि 08 बजे से भोज का आयेजन किया गया. यह जानकारी इस ट्रस्ट के व्यवस्थापक अशोक कुमार सिंह ने दी.
श्री सिंह ने बताया कि इस ट्रस्ट की यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है. मान्यता है कि इस दिन किसी भी तरह के गुप्त दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. साथ ही मान्यता है कि आंवला के पेड़ में नौ दिन तक भगवान विष्णु का वास होता है. इसलिए इस दिन आंवला के पेड़ की पूजा की जाती है. महिलाएं परिक्रमा कर रक्षा सूत्र बांधती हैं. अक्षय नवमी पर आंवला पेड़ के नीचे भोजन करने की परंपरा भी पुरानी है. यह पूजा महाभारत काल से चली आ रही है. इस दिन से कोई भी नया काम शुरू किया जा सकेगा. अशोक कुमार सिंह ने कहा कि इस दिन क्षेत्र के गणमान्य लोगों को बुलाकर जेपी ट्रस्ट परिसर में हम प्रतिवर्ष आवंला के वृक्ष के नीचे भोज देते हैं, इस वर्ष भी वैसी ही तैयारी है.