बलिया के विकास पर अधिकारी व जनप्रतिनिधियों के दिखे एक सुर

धूमधाम से मना उत्तर प्रदेश दिवस

बलिया। उत्तर प्रदेश दिवस जिले में धूमधाम से मनाया गया. कलेक्ट्रेट सभागार में भव्य विचार गोष्ठी आयोजित हुई जिसमें जनपद के सर्वांगीड़ विकास से जुड़े सुझाव वक्ताओं ने दिए. साथ ही आजादी की लड़ाई में बलिया के गौरवशाली इतिहास के बारे में भी कई वक्ताओं ने बताया.

सभागार के बाहर परिसर में विभिन्न विभाग अपने योजनाओं से जुड़े स्टाॅल लगाकर जानकारी दे रहे थे. सभागार में आयोजित विचार गोष्ठी में सांसद भरत सिंह ने कहा कि जिले के विकास के लिए अधिकारी हों या जनप्रतिनिधि, हम सब मिल कर सोचें. जिले को मिले नये विश्वविद्यालय की बेहतरी के लिए प्रयासरत रहें. जल्द ही सरकार जिले को मेडिकल काॅलेज की भी सौगात देगी. उन्होंने केंद्र सरकार की
उपलब्धियों के साथ राज्य सरकार के पिछले 10 महीनों में ही किये गये बेहतर कार्याें को एक-एक कर बताया. उन्होंने कहा कि जिले के विकास में बाधक बने वाला चाहे कोई भी हो, उससे सख्ती से निपटा जाना चाहिए. पारदर्शिता से
होने वाले कार्याें में अपना हर कदम पर सहयोग देने का भरोसा दिलाया.

सांसद सलेमपुर रविन्दर कुशवाहा ने कहा कि उत्तर प्रदेश समूचे देश की दिशा व दशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है. हमारी सरकार ने उत्तर प्रदेश दिवस को मनाने का निर्णय कर सराहनीय कदम उठाया. विधायक धनन्जय कन्नौजिया ने भी जिले के विकास से जुड़े महत्वपूर्ण सुझाव दिए. जिलाधिकारी सुरेंद्र विक्रम ने जिले के विकास के लिए किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी. कहा कि ददरी मेले की पहचान राष्ट्रीय स्तर की हो, इसके लिए सौंदर्यीकरण व अलग प्रयास होंगे. उन्होंने विकास के पथ पर जिले को ले जाने के लिए जनप्रतिनिधियों के मिल रहे सहयोग पर आभार जताया.

गोष्ठी में मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार, एडीएम मनोज सिंघल व अन्य अधिकारियों ने विकास से सम्बन्धित योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी. प्रोजेक्टर के माध्यम से केंद्र व राज्य सरकार की लाभकारी योजनाओं के बारे में बताया गया. उद्योग केंद्र, पंचायती राज, स्वास्थ्य समेत आधा दर्जन विभागों ने स्टाॅल लगाकर अपनी योजनाओं का प्रचार प्रसार किया. गोष्ठी में दर्जन भर ब्लाॅक प्रमुख भी मौजूद थे.

बलिया को मिले विशेष जिले का दर्जा

विचार गोष्ठी में विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि आजादी की लड़ाई में बलिया का विशेष योगदान रहा है. बलिया ही एक मात्र ऐसा जिला है जहां से सैकड़ों आम आदमी आजादी की लड़ाई में शहीद हो गये. लिहाजा बलिया को विशेष जिले का दर्जा मिलना चाहिए. उन्होंने वितरण व्यवस्था को पारदर्शी बनाने पर जोर दिया. कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी की चलाई गई योजना खाद्यान्न योजना गरीबों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है.

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