बैरिया (बलिया) से वीरेंद्र नाथ मिश्र
शहीद स्मारक पर सोमवार को बैरिया एसएचओ के स्थानांतरण सहित 7 सूत्री मांगों को लेकर छात्र नेताओं ने क्रमिक अनशन शुरू किया.
अनशन कारियों का आरोप है कि शहीद स्मारक के बगल में क्रमिक अनशन पर बैठने के लिए लगाए गए शामियाने को उन लोगों के पहुंचने के पहले ही पुलिस ने उखड़वा कर फिकवा दिया. छात्र पुलिस पर हिटलर शाही का आरोप लगा रहे थे.
उल्लेखनीय है कि क्रमिक अनशन पर बैठे अनशन कारियों से पुलिस विभाग के उप निरीक्षकों ने मौके पर पहुंचकर बिना परमिशन के अनशन पर बैठने से मना किया. साथ ही उनसे पत्रक देकर वापस लौट जाने का अनुरोध किया और दबाव भी बनाया. लेकिन अनशनकारी टस से मस नहीं हुए. वह अपनी जिद पर अड़े रहे. उनका कहना था कि वैसे भी आप लोग हम लोगों की सुन कहां रहे हैं. छात्रों का उत्पीड़न कर ही रहे हैं. आप जो चाहे वह करें. हम लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. हमारी मांगे पूरी हो जाए, हम लोग यहां से चले जाएंगे.
अनशन स्थल पर पहुंचे उप जिलाधिकारी बैरिया सुरेश कुमार पाल व क्षेत्राधिकारी चंद्रकेश सिंह ने अनशनकारियों से बात की. उनकी बातें सुनने के बाद उप जिलाधिकारी ने कहा कि उनके स्तर से उनकी मांगों को लेकर जो भी कार्रवाई हो सकती है, वह जांच कर वे कर देंगे. लेकिन अनशनकारी एसएचओ के स्थानांतरण की मांग को लेकर अड़े रहे, और क्रमिक अनशन की पहले से घोषित समय सीमा 10 बजे से 3 बजे तक बैठने के बाद उठ कर अपने घरों को वापस लौट गए.
छात्र नेताओं ने चेतावनी दी कि 2 दिन क्रमिक अनशन के बाद अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती तो वे लोग तीसरे दिन से बेमियादी अनशन शुरू कर देंगे. क्रमिक अनशन पर बैठे लोगों में रवि मौर्या, मुकेश यादव, लाल बहादुर शास्त्री, अमित कुमार शर्मा, अमित यादव, राजकुमार यादव, राजीव यादव, कृष्णा साह, प्रदीप गुप्ता आदि काफी संख्या में छात्रनेता रहे. अनशन स्थल पर एसएचओ संजय त्रिपाठी, उप निरीक्षकों के अलावा काफी संख्या में पुलिस के जवान मौजूद रहे.
कोरोना संक्रमण के चलते क्रमिक अनशन या किसी तरह के धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं है. अनशन पर बैठना गैरकानूनी है. इन लोगों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी
– चंद्रकेश सिंह (क्षेत्राधिकारी)