सिकंदरपुर, बलिया. स्थानीय थाना क्षेत्र के हरदिया में पिछली रात खाना बनाते समय गैस सिलेंडर में लीकेज की वजह से उसमें आग लग गई. जिसने पल भर में ही विकराल रुप धारण कर लिया और एक एक कर पांच परिवारों की लगभग एक दर्जन झोपड़ियों को अपनी जद में ले लिया. रिहायशी झोपड़ियों में रखे घर गृहस्थी का सामान व नगदी सहित लाखों की संपत्ति जल कर राख हो गयी. वहीं आग की जद में आने से एक ही परिवार की दो महिलाएं भी झुलस गईं. जिनका इलाज समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. ग्रामीणों के अथक प्रयास से काफी देर बाद काबू पाया जा सका.
बताया जाता है कि मार्कण्डेय बिंद की पत्नी शोभा देवी (35 वर्ष) शुक्रवार की रात गैस सिलिंडर पर खाना बनाने के जैसे ही गैस जलाया सिलेंडर में आग लग गई और वह धू-धू कर जल उठा. देखते-देखते आग ने पूरी झोपड़ी को अपनी चपेट में ले लिया. आग बुझाने के प्रयास में शोभा देवी और उनकी सास परमेश्वरी देवी (60) बुरी तरह झुलस गई. दोनों ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई. उधर आग की लपटें लगातार बढ़ती जा रही थीं. जब तक बचाव के उपाय किए जाते तब तक आग की लपटें पास की झोपड़ीनुमा घरों तक पहुंच गयी और एक एक कर 11 झोपड़ियों को अपने चपेट में ले लिया.
आगलगी की इस घटना में मार्कण्डेय की दो झोपडियां और उसमें रखा 25 हजार रुपए नगद, सोने व चांदी के कुछ आभूषण सहित 11 कुंतल गेहूं व पांच कुंतल चावल जल गया. वहीं उसके छोड़े भाई गोविंद पुत्र जगदीश की एक झोपड़ी और उसमें रखा दहेज का सारा सामान मसलन फ्रीज, कूलर, बक्सा, 15 कुंतल राशन व गहना जल गया। जबकि रामभजन पुत्र जगदीश बिंद की दो झोपड़ी, दिनेश बिंद पुत्र स्वर्गीय रामनरेश की झोपड़ी और उसमें रखी बाइक, साइकिल व भूसा, शिवजी बिंद पुत्र विकल बिंद की एक झोपड़ी व 10 कुंतल गेंहू, किरण पत्नी रामभजन बिंद की दो झोपड़ी और उसमें रखा 40 हजार रुपये, आभूषण व 12 कुंतल अनाज, विकल की एक झोपड़ी और राजनाथ बिन्द एक झोपड़ी व आठ कुंतल अनाज समेत उसमें रखा घर गृहस्थी का सारा सामान, चार कुक्कुट, दो खरगोश समेत अन्य जरूरी कागजात पल भर में जल कर राख हो गये. घटना के बाद ये सभी परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए हैं. उधर ग्राम प्रधान तारीक अजीज ने पीड़ित परिवारों को तत्काल राशन व अन्य आवश्यक मदद देने का भरोसा दिया.
(सिकंदरपुर संवाददाता संतोष शर्मा की रिपोर्ट)