
–हरि नाम संकीर्तन ही कलयुग में मोक्ष प्राप्ति का मुख्य आधार- जीयर स्वामी
दुबहर, बलिया. चातुर्मास व्रत व सह श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ स्थल के अवलोकनार्थ तथा महायज्ञ की रूपरेखा तय करने के लिए भारत के महान मनीषी संत श्रीलक्ष्मी प्रपन्न जियर स्वामी जी महाराज का आगमन बुधवार को जनेश्वर मिश्रा सेतु एप्रोच मार्ग पर हुआ.
यज्ञ समिति के सदस्यों के साथ स्वामी जी महाराज ने विधिवत यज्ञ स्थल का अवलोकन किया. उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि कलयुग में हरि नाम संकीर्तन मोक्ष प्राप्ति का मुख्य आधार है.
गौरतलब है कि आगामी जून माह के 16 तारीख को लक्ष्मी प्रपन्न जियर स्वामी जी महाराज का चातुर्मास व्रत प्रारंभ हो जाएगा. अक्टूबर में सात दिवसीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा.
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इस मौके पर प्रमुख रूप से यज्ञ समिति के कोषाध्यक्ष पं अश्वनी कुमार उपाध्याय, जवाहरलाल पाठक, विमल पाठक, धर्मेंद्र यादव, भुवनेश्वर पासवान, कमलेश पांडे, कमलेश सिंह, श्रीधर चौबे, विजय सिंह, दिनेश पाठक, सत्यनारायण पाठक, सुनील सिंह, महावीर पाठक, सुनील मिश्रा, भगवतीशरण पाठक, श्रीकांत पाठक, पंकज सिंह, रविंद्र सिंह, संजय पांडे, अरुण सिंह, रणवीर सिंह, विनोद चौबे, मनीष पांडे धनु, सोनी पांडे, विनोद पाठक, प्रधान विनोद पासवान, प्रेमप्रकाश सिंह पिंटू, ललन सिंह, अरुणेश पाठक आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे.
(बलिया से केके पाठक की रिपोर्ट)