सिकंदरपुर,बलिया. क्षेत्र के मासूमपुर गांव निवासी बी एस एफ के जवान राजेन्द्र यादव के असामयिक निधन के बाद बुधवार की रात में राजस्थान के बीकानेर से उन का शव घर आने पर परिवार वालों में कोहराम मच गया.
परिवार बड़े, बुजुर्ग ,महिलाएं व बच्चे दहाड़ें मारकर रोने लगे. पत्नी और पुत्रों का तो रोते रोते बुरा हाल था. पत्नी रोते रोते रह रह कर बेहोश हो जाती थी. उनके रोने से दरवाजे पर एक अजीब गमगीन वातावरण उतपन्न हो गया और मौजूद सभी लोगों की आंखें नम गई. कुछ लोगों की आंखें तो आंसुओं का झरना बन गईं.
बता दें कि मासूमपुर निवासी राजेन्द्र यादव(58) पुत्र स्व.विश्वनाथ यादव बी एस एफ के जवान थे और उनकी तैनाती 104 बी एन बटालियन में जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में थी. उनकी किडनी खराब हो गई थी और काफी समय से बीकानेर(राजस्थान) में इलाज चल रहा था. वह डालसिस पर थे जिनका इलाज के दौरान ही सोमवार को असामयिक निधन हो गया था. निधन के बाद बी एस एफ के जवानों की टुकड़ी द्वारा बुधवार को उनका शव राजस्थान से पहले हवाई मार्ग से पटना ततपश्चात सड़क मार्ग द्वारा रात्रि में मासुमपुर गांव स्थित उनके पैतृक आवास पर लाया गया. शव आते ही गांव निवासियों में हलचल मच गया. और उनके शुभचिंतकों में जो जहां था वहीं से उनके दरवाजे की तरफ चल पड़ा. कुछ देर में ही दरवाजे पर ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई और लोग आपस में उनके सद चरित्र व उत्तम ब्यवहार के बारे में चर्चा करने लगे.
विजय यादव का अंतिम संस्कार गुरुवार को सुबह क्षेत्र के कठौड़ा में सरयू नदी के तट पर स्थित श्मशान में बी एस एफ के जवानों द्वारा सलामी देने के बाद किया गया जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया.
अपने स्व.माता पिता के इकलौते पुत्र राजेन्द्र यादव की शादी गड़वार थाना क्षेत्र के रतसड के समीप एक गांव में निर्मला देवी से हुई थी. उन के तीन पुत्र राम जी(28),श्याम जी(24)व विनोद(20) एवं एक पुत्री थी जिसकी शादी हो चुकी है।इस अवसर पर गांव के प्रधान ब्रम्हानंद यादव,मनोज यादव,भीष्म यादव,पंकज यादव,रामाश्रय यादव,बच्चालाल यादव,जगरनाथ यादव,विजेन्द्र यादव,धीरेन्द्र यादव,रामअवध यादव,सकलदेव यादव आदि मौजूद थे.
(सिकंदरपुर से संवाददाता संतोष शर्मा की रिपोर्ट)