संयुक्त किसान मोर्चा ने आगामी 27 सितम्बर को जन आंदोलन के तहत भारत बन्द की घोषणा की

रेवती, बलिया. स्थानीय बस स्टैण्ड स्थित हनुमानगढ़ी मन्दिर प्रांगण में बुधवार के दिन उ.प्र.किसान सभा व खेत मजदूर यूनियन के पदाधिकारियों एवं सदस्यों की किसान-मजदूर पंचायत बैठक सम्पन्न हुई. इसके बाद सरकार की गलत नीतियों के विरोध में जुलुस निकला जो थाना, बाजार आदि जगहों से होते हुए विभिन्न नारों के बीच पुनः बस स्टैण्ड पर आकर समाप्त हुआ.

 

इससे पहले पंचायत को सम्बोधित करते हुए किसान सभा के जिलाध्यक्ष लक्ष्मण पाण्डेय ने कहा कि मोदी-योगी की सरकार सबका साथ सबका विकास की झूठी बात करती है. कोरोना महामारी के नाम पर सरकार ने पेट्रोल, डीजल, रेल भाड़ा, रसोई गैस, सरसों, रिफाइण्ड तेलों, खाद्य सामग्रियों सहित अन्य के दाम में बेतहाश वृद्धि कर जनता का कमर तोड़ चुकी है. प्रदेश की सारी सड़कें गढ्ढायुक्त हो गयी है. जिस पर चलते हुए लोग अपनी जान गवां रहे हैं. कहा कि किसान विरोधी काला कानून पासकर किसानों को आंदोलन के लिए सरकार ने बाध्य किया है. सरकार एमएमपी को समाप्त करने की फिराक में है. देश की सार्वजनिक सम्पत्तियों को सरकार अडानी, अम्बानी, वालमार्ट आदि को धड़ल्ले से बेच रही है. कहा कि कानून व्यवस्था ध्वस्त है. जनपद के किसानों की फसल बाढ़/बरसात की वजह से बर्बाद हो चुकी है. किसानों को मुआवजा के नाम पर एक ढेला तक नहीं मिला. कहा कि ऐसे में संयुक्त किसान मोर्चा ने आगामी 27 सितम्बर को जन आंदोलन के तहत भारत बन्द करेगी. पंचायत को राम राज वर्मा, रमाशंकर वर्मा, जीउत यादव, राजा पासवान, सरगुन राम, कन्हैया पाण्डेय, बलेशर शर्मा, रामनिधि प्रजापति, राम जी यादव, रामेश्वर राजभर, मन्नू राजभर, बंशीधर पासवान आदि ने सम्बोधित किया. अध्यक्षता राज नरायण एवं संचालन ओम प्रकाश उर्फ मुन्नू कुंवर ने किया.

(रेवती से पुष्पेन्द्र तिवारी की रिपोर्ट)

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