18 माह से नहीं मिला मानदेय, 17 से करेंगे अनशन

बैरिया (बलिया)। ब्लाक मुख्यालय पर 14वें दिन भी रोजगार सेवकों का आन्दोलन जारी रहा. उनके समर्थन में जिले भर के रोजगार सेवक संगठन के पदाधिकारी बैरिया पहुंच कर उनके साथ धरना पर बैठे. यहां के रोजगार सेवकों का मानदेय विगत 18 माह से लम्बित पड़ा है. इस मांग को लेकर 14 दिन से रोजगार सेवक ब्लाक के कार्यालय पर ताला बन्द कर दरी बिछाकर धरना पर सुबह से शाम तक बैठ रहे हैं.

किसी अधिकारी द्वारा उनसे किसी तरह की वार्ता न करने व मानदेय का भुगतान न करने से खफा रोजगार सेवकों का प्रतिनिधिमण्डल बैरिया उपजिलाधिकारी से मिला और उन्हे याद दिलाया कि पिछली बार उन्होंने ही उनका धरना खत्म करवाया था और एक पखवारे के अन्दर मानदेय भुगतान का आश्वासन दिया था. लेकिन वह आजतक नहीं मिला.

रोजगार सेवकों ने 17 अक्टूबर सोमवार से ब्लाक मुख्यालय पर बेमियाद अनशन पर बैठने के लिए पत्रक उपजिलाधिकारी को सौंपा. इसके पहले रोजगार सेवक अपने मानदेय के लिए आए धन में से आठ लाख रुपये की घपलेबाजी का आरोप भी एकाउन्टेन्ट से लगायत जिम्मेदार अधिकारियों पर लगा चुके है. आज आन्दोलित रोजगार सेवकों का आरोप था कि यहां घपलेबाजी के अजीब अजीब खेल है. नियम से अलग हटकर यहां आंगनबाड़ी सेन्टर बनाने का सवा चार लाख रुपये मनरेगा खाते में मंगाया गया है.

आन्दोलित रोजगार सेवकों की मांग है कि पहले उनके मानदेय का भुगतान किया जाए और मानदेय भुगतान में जिसकी गलती से विलम्ब हुआ है उसका यहां से स्थानान्तरण किया जाए, तभी वह अपना आन्दोलन स्थगित करेंगे. ऐसा नही होता तो  वे बेमियाद अनशन के लिए बाध्य होगे. इसकी सारी जिम्मेदारी उन्ही लोगों की होगी जिनकी वजह से धन उपलब्ध होने के बावजूद भी उनका मानदेय नहीं दिया गया. इस अवसर पर रोजगार सेवक संघ के जिलाध्यक्ष जमाल अख्तर, उपाध्यक्ष मदन यादव, मुरलीछपरा अध्यक्ष सोनू सिंह, बेलहरी निगमेन्द्र पाण्डेय, चिलकहर जितेन्द्र राम, बैरिया अमित सिंह, जयशंकर प्रजापति, लालजी यादव, मुहम्मद बसीर, मनोज यादव आदि दर्जनों रोजगार सेवक मौजूद रहे. 14 दिन से आन्दोलित व ब्लाक पर लगातार तालाबन्दी कर रहे रोजगार सेवकों  से वार्ता करने कोई अधिकारी आज तक नहीं पहुचा है.

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